कौशांबीः देश और प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर से हो रही मौतों को लेकर एक ओर विपक्षी पार्टी भाजपा सरकार और उनके सरकारी सिस्टम को लेकर हमलावर हो रहे हैं. वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री और कौशाम्बी जिले के सांसद विनोद सोनकर ने विपक्षी पार्टी के नेताओं को इसके जिम्मेदार बताया है. उन्होंने राहुल गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर दोनों नेताओं पर जमकर निशाना साधा. विनोद सोनकर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के एक बड़े नेता ने कोरोना वैक्सीन को जल्दी बाजी में लांच करने और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने वैक्सीन को भाजपा की वैक्सीन बताकर लोगों में भ्रम पैदा किया. जिसके कारण लोगों ने वैक्सीनेशन से दूरी बना ली थी. जिसका नतीजा हुआ कि बड़ी संख्या में लोगों की कोरोना से मौत हुई.
भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री और कौशाम्बी के सांसद विनोद सोनकर शनिवार को कौशांबी जिले के दौरे पर पहुंचे. उन्होंने सबसे पहले अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कोरोना संक्रमण की स्थिति का जायजा लिया. इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों से कोरोना की तीसरी लहर को तैयारियों के बारे में जानकारी ली. इस दौरन जिले के तीनों भाजपा विधायकों, जिलाधिकारी, सीएमओ समेत जिले के आलाधिकारी और सभी सीएचसी पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी उपस्थित रहे. बैठक के बाद भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए जिले में कोरोना की मौजदा स्थिति और तीसरी लहर से पहले हुई तैयारियों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन लोगों को वैक्सीनेशन के बारे में जागरूक कर रहा है.
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वैज्ञानिकों का अभिनंदन करने के बजाय उठाया सवाल
विनोद सोनकर ने कहा कि जब देश के वैज्ञानिकों ने खोजबीन कर कोरोना वायरस से निजात दिलाने वाली वैक्सीन लेकर आये तब कांग्रेस के एक बड़े नेता ने वैज्ञानिकों का अभिनन्दन करने के बजाय कहा कि वैक्सीन को लांच करने से पहले जितने ट्रायल की जरूरत थी उतने नहीं किए गए.
विपक्ष वैक्सीन पर राजनीति न करता तो बच जाती लोगों की जान
विनोद सोनकर ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कोरोना वैक्सीन को भाजपा का वैक्सीन बताकर लोगों में भ्रम पैदा कर दिया. जिसके कारण लोगों ने वैक्सीन से दूरियां बना ली. यही कारण रहा कि देश और प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के कारण बहुत से लोगों ने अपनों को खो दिया. यदि मुद्दा विहीन विपक्ष वैक्सीन को लेकर लोगों को जागरूक करता और राजनीति न करता तो देश में कोरोना से इतनी भारी संख्या में लोगों की मौतें भी न हुई होती.