कौशांबी: जिले में बैंक ऑफ बड़ौदा (Fraud in Bank of Baroda kaushambi) के मैनेजर ने शुक्रवार को 83 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. इन लोगों पर बैंक से फ्रॉड कर लोन लेने का आरोप है. आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज के जरिए मिनी डेयरी योजना के अंतर्गत डेयरी व्यवसाय के लिए 2 करोड़, 78 लाख 58 हजार रुपये का लोन लिया था.
बैंक मैनेजर ने शिकायत में कहा कि इन लोगों ने धोखाधड़ी कर व्यवसाय के नाम पर लोन लिया था. लेकिन व्यवसाय शुरू नहीं किया. कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने सभी 83 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. यह मामला बैंक ऑफ बड़ौदा की मंझनपुर शाखा का है. बैंक ऑफ बड़ौदा के सहायक मैनेजर प्रमोद कुमार ने 83 लोगों पर मुकदमा दर्ज करवाने के लिए सीजीएम कोर्ट में एक वाद दाखिल किया था. सहायक मैनेजर का आरोप है कि दिनेश डेयरी एंड आईस प्लांट के प्रोपाइटर राजेश साहू समेत 83 लोगों ने सितंबर 2019 में कूटरचित और फर्जी दस्तावेजों पर मिनी डेयरी योजना के अन्तर्गत डेयरी व्यवसाय के लिए 2 करोड़, 78 लाख 58 हजार रुपये का ऋण लिया था.
बैंक मैनेजर ने बताया कि सभी आरोपियों ने बैंक से लोन लेने के बाद खरीदे गए जानवरों के स्वास्थ्य प्रमाण पत्र, जानवर खरीदने का रवन्ना और इंश्योरेंस टैग बैंक में जमा किया था. इन तमाम दस्तावेजों के आधार पर बैंक ने इंश्योरेंस का प्रीमियम सीधे इंश्योरेंस कंपनी के खाते में भेज दिया था.
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इन सबके बाद बैंक ने जब स्थलीय निरीक्षण किया तो मौके पर कोई भी डेयरी, फार्म और खरीदे गए जानवर नहीं मिले. सभी आरोपियों ने बैंक के साथ बेईमानी से सरकारी अनुदान का पैसा हड़प लिया है. इस पर सीजेएम कोर्ट ने मंझनपुर पुलिस को मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई का आदेश दिया था. कोर्ट के आदेश पर मंझनपुर पुलिस ने 83 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की संगीन धाराओं में केस दर्ज जांच में जुट गई. एएसपी समर बहादुर ने बताया कि मंझनपुर थाने में कोर्ट के आदेश पर 83 लोगों (kaushambi FIR against eighty three people) के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इन लोगों ने बैंक से फर्जी तरीके से लोन लिया और व्यवसाय भी नहीं चालू किया.
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