कौशांबी: जिले में तिहरे हत्याकांड का पुलिस ने 6 दिन बाद खुलासा कर दिया है. पुलिस के मुताबिक हत्याकांड का मास्टरमाइंड गांव का ही रहने वाली पीएसी में तैनात एक सिपाही है. पुलिस ने सिपाही समेत कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर किया है. गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि जमीन पर कब्जा करने के लिए उन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था.
आरोपियों को पकड़ने में लगी थी 8 टीमेंः गौरतलब है, 15 सितंबर की सुबह में मोहिउद्दीनपुर गौस गांव में एक गर्भवती महिला सहित तीन लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने जमकर बवाल करते हुए कई घरों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया था. पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद मृतकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टपार्टम के लिए भेजा था. वहीं, मृतकों के अंतिम संस्कार के बाद पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव ने हत्याकांड की जांच के लिए 8 टीमें लगाई थी.
3 दिन तक बनाई थी योजनाः पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने गुरुवार को घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस की जांच में पता चला कि तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने की योजना मोहिउद्दीनपुर गौस गांव के ही रहने वाली सुरेश सिंह ने बनाई थी, जोकि पीएसी में सिपाही के पद पर तैनात है. जिसने घटना के कुछ घंटे पहले अन्य आरोपियों से फोन पर बात की थी. आरोपी सिपाही ने 7 से 9 सितंबर तक गांव में रहकर घटना को अंजाम देने की योजना बनाई थी. जांच में पता चला कि हत्याकांड में गुड्डू यादव, अरविंद सिंह, अजीत सिंह, अमर सिंह, अनुज सिंह चौहान, तीरथ निषाद, राजेंद्र सिंह, जयकरन यादव व अनूप सिंह शामिल थे. जय, करण यादव, अमर सिंह व सुरेश सिंह ने असलहे की व्यवस्था कराई थी. इसके बाद गुड्डू यादव, अमित सिंह व अनूप सिंह अवैध तमंचा लेकर शिव शरण के घर पहुंचे और तीन लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी थी.
अभद्रतापूर्ण टिप्पणी और छीटाकशी करने से परेशान था आरोपीः पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस घटना को अंजाम देते समय अनूप सिंह को भी गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया था. जिसका इलाज एसआरएन प्रयागराज में चल रहा है. पुलिस ने गुड्डू यादव, अरविंद सिंह, अजीत सिंह, अमर सिंह, अमित सिंह, अनुज सिंह चौहान और सिपाही सुरेश सिंह समेत कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ एनएसए एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी. गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि मृतकों ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया था. जिसके बाद आरोपियों के परिजनों पर अभद्रता पूर्ण टिप्पणी और छीटाकशी की जाती थी. जिससे आरोपियों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचती थी और वह बहुत परेशान रहते थे. जिसके बाद आरोपियों ने योजना बनाकर हत्याकांड को अंजाम देने की योजना बनाई.
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