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गाजियाबाद के दो ज्वैलर्स की 1.52 करोड़ की एफडी ED ने की जब्त - GHAZIABAD NEWS

नोटबंदी के दौरान बैंक के अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर करोड़ों का हेरफेर करने की जांच कर रही.

ed seized fd of two ghaziabad jewelers latest news
ईडी का एक्शन. (photo credit: etv bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 22, 2025, 8:27 AM IST

लखनऊ: ईडी ने गाजियाबाद के दो बड़े ज्वैलर्स की एक करोड़ 52 लाख रुपए की एफडी जब्त की है. एजेंसी के मुताबिक, नेतर सभरवाल केस व बैंक धोखाधड़ी के मामले में जब्त की गई संपत्ति में दो एफडी 1.22 करोड़ व 30.76 लाख रुपये की अन्य एफडी शामिल है.

आरोप है कि गाजियाबाद के इन दोनों ज्वैलर्स ने नोटबंदी के दौरान बैंक के अधिकारियों के साथ सांठ गांठ कर करोड़ों की रकम का हेरफेर किया था. सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच की गाजियाबाद यूनिट ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी. इसके बाद ईडी ने भी इस मामले का संज्ञान लिया और जांच शुरू की थी.

ईडी के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि वर्ष 2016 में नोटबंदी के दौरान दोनों ज्वैलर्स ने नकदी जमा करने के लिए फर्जी तरीकों से बैंक खातों का इस्तेमाल करते हुए गलत तरीके से नगद धनराशि किया था. ईडी की जांच में यह भी सामने आया कि, जेएंडके बैंक के अफसरों और कर्मचारियों ने कई लोगों के साथ मिलकर नोटबंदी के दौरान भारी भरकम नकदी जमा करने की साजिश रची थी. फिलहाल ईडी अब भी इस मामले की जांच कर रही है. इस मामले में ईडी फर्जीवाड़े से जुड़े हर पहलू की बड़ी ही गंभीरता से जांच कर रही है. ईडी को कई अहम जानकारियां मिलीं हैं.

ये भी पढ़ेंः महाकुंभ 2025; अमृत स्नान के बाद इन 9 स्थानों पर जरूर घूमें, पता चलेगा क्यों प्रयागराज को कहते हैं तीर्थराज?

लखनऊ: ईडी ने गाजियाबाद के दो बड़े ज्वैलर्स की एक करोड़ 52 लाख रुपए की एफडी जब्त की है. एजेंसी के मुताबिक, नेतर सभरवाल केस व बैंक धोखाधड़ी के मामले में जब्त की गई संपत्ति में दो एफडी 1.22 करोड़ व 30.76 लाख रुपये की अन्य एफडी शामिल है.

आरोप है कि गाजियाबाद के इन दोनों ज्वैलर्स ने नोटबंदी के दौरान बैंक के अधिकारियों के साथ सांठ गांठ कर करोड़ों की रकम का हेरफेर किया था. सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच की गाजियाबाद यूनिट ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी. इसके बाद ईडी ने भी इस मामले का संज्ञान लिया और जांच शुरू की थी.

ईडी के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि वर्ष 2016 में नोटबंदी के दौरान दोनों ज्वैलर्स ने नकदी जमा करने के लिए फर्जी तरीकों से बैंक खातों का इस्तेमाल करते हुए गलत तरीके से नगद धनराशि किया था. ईडी की जांच में यह भी सामने आया कि, जेएंडके बैंक के अफसरों और कर्मचारियों ने कई लोगों के साथ मिलकर नोटबंदी के दौरान भारी भरकम नकदी जमा करने की साजिश रची थी. फिलहाल ईडी अब भी इस मामले की जांच कर रही है. इस मामले में ईडी फर्जीवाड़े से जुड़े हर पहलू की बड़ी ही गंभीरता से जांच कर रही है. ईडी को कई अहम जानकारियां मिलीं हैं.

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