इंफाल: सेना ने पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के साथ चुराचांदपुर सहित चार मणिपुर जिलों के पहाड़ी और घाटी क्षेत्रों में सघन तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान संदिग्धों के ठिकानों से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और युद्ध संबंधी सामान बरामद किये गए.
सेना ने मंगलवार को जारी विज्ञप्ति में कहा कि मणिपुर पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के साथ मिलकर कई चलाए गए अभियानों में मणिपुर के थौबल, कांगपोकपी, चुरचंदपुर और तेंगनुपाल जिलों के पहाड़ी और घाटी क्षेत्रों से 12 हथियार, गोला-बारूद और युद्ध सामग्री बरामद की.
विज्ञप्ति के अनुसार असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस द्वारा 11 जनवरी को चुराचांदपुर जिले के मोंगजांग गांव और 13 जनवरी को कांगपोकपी जिले के फयेंग हिल क्षेत्र में कार्रवाई की गई. इसी तरह 14 जनवरी को कांगपोकपी जिले के कोटलेन गांव से 6 किमी उत्तर में नेपाली बस्ती, जीरो प्वाइंट - पी1 रेलवे साइट रोड, सलाम पातोंग गांव और थौबल जिले के वेइथो में खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान चलाकर कार्बाइन मशीन गन, सिंगल बोर बैरल राइफल, एके, पिस्तौल, ग्रेनेड, गोला-बारूद और युद्ध सामग्री बरामद की गई.
संयुक्त अभियान में बरामद हथियार और अन्य सामान मणिपुर पुलिस को सौंप दिए गए. बता दें कि मणिपुर में 3 मई 2023 को ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर (ATSUM) द्वारा आयोजित एक रैली के बाद मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी. यह रैली मणिपुर हाईकोर्ट द्वारा मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने पर विचार करने के राज्य के निर्देश के बाद आयोजित की गई थी.
इससे पहले 16 जनवरी को असम राइफल्स ने चुराचांदपुर जिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया था. उसके पास से लगभग 62 करोड़ रुपये मूल्य की प्रतिबंधित याबा टैबलेट और ब्राउन शुगर का एक बड़ा जखीरा बरामद किया था. पकड़े गए आरोपियों की पहचान चिंगसेन (36) और एल पौसुआनलाल सिमटे (38) के रूप में हुई है.