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कानपुर: सैलून मालिक ने बनाया मैनेजर पर शारीरिक संबंध का दवाब, पीड़िता पहुंची न्यायालय - कानपुर पुलिस

यूपी के कानपुर जिले में एक सैलून मालिक अपने मैनेजर पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाल रहा है. पीड़िता ने इसकी शिकायत पुलिस से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. मजबूर होकर युवती को जनपद न्यायालय की शरण लेनी पड़ी.

जनपद न्यायालय.
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Published : Aug 17, 2019, 9:11 PM IST

कानपुर: योगी सरकार पुलिस की छवि सुधारने की भले ही लाख कोशिश कर ले, लेकिन पुलिस सुधरने का नाम नहीं ले रही है. ताजा मामला नवाबगंज थाना क्षेत्र का है. यहां की रहने वाली युवती को जान से मारने की धमकी दी जा रही है, लेकिन पुलिस न तो उसका मुकदमा दर्ज कर रही है और न ही कोई कार्रवाई. पुलिस की इस कार्यप्रणाली से आजिज आकर युवती न्याय पाने के लिए माननीय न्यायालय की शरण में पहुंच गई है.

पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो पीड़िता पहुंची न्यायालय.

कानपुर में लड़कियों से संबधित कई मामले ऐसे हुए, जिसमें पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया, जिसके चलते उनको आत्महत्या करनी पड़ी. इन घटनाओं से पुलिस की काफी किरकिरी हुई. बावजूद इसके पुलिस ने अपना रवैया नहीं बदला.

ये भी पढे़ं: कानपुर: पुलिस ने CCTV की मदद से दोहरे हत्याकांड का किया खुलासा

क्या है पूरा मामला

  • नवाबगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता एक होटल के सैलून में बतौर मैनेजर काम कर रही थी.
  • पीड़िता ने जब मैनेजर की पोस्ट ज्वॉइन की, तब से सैलून के मालिक नितिन मिश्रा शारीरिक सम्बन्ध बनाने का दबाव डालने लगे.
  • एक दिन पीड़िता को अकेले पाकर सैलून मालिक ने उससे जबरदस्ती की.
  • पीड़िता ने जब मना किया तो सैलून मालिक ने उसके ऊपर उल्टा चोरी का इल्जाम लगाने की धमकी दी.

ये भी पढे़ं: कानपुर: गैंगरेप पीड़िता ने तानों से तंग आकर की खुदकुशी

इसके बाद पीड़िता ने मैनेजर की नौकरी छोड़ दी और सैलून मालिक के खिलाफ पुलिस में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद सैलून मालिक पीड़िता के वाट्सऐप पर भद्दे-भद्दे कमेंट करने लगा, जिससे आजिज आकर उसने एक बार फिर पुलिस में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. मजबूरी में उसे न्यायालय की शरण में जाना पड़ा.
पीड़िता के वकील ने न्यायालय के समक्ष सभी साक्ष्य प्रस्तुत कर परिवाद दाखिल किया. महानगर मजिस्ट्रेट दशम ने परिवाद को स्वीकार करते हुए 9 सितम्बर को सुनवाई की तारीख तय की है.

कानपुर: योगी सरकार पुलिस की छवि सुधारने की भले ही लाख कोशिश कर ले, लेकिन पुलिस सुधरने का नाम नहीं ले रही है. ताजा मामला नवाबगंज थाना क्षेत्र का है. यहां की रहने वाली युवती को जान से मारने की धमकी दी जा रही है, लेकिन पुलिस न तो उसका मुकदमा दर्ज कर रही है और न ही कोई कार्रवाई. पुलिस की इस कार्यप्रणाली से आजिज आकर युवती न्याय पाने के लिए माननीय न्यायालय की शरण में पहुंच गई है.

पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो पीड़िता पहुंची न्यायालय.

कानपुर में लड़कियों से संबधित कई मामले ऐसे हुए, जिसमें पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया, जिसके चलते उनको आत्महत्या करनी पड़ी. इन घटनाओं से पुलिस की काफी किरकिरी हुई. बावजूद इसके पुलिस ने अपना रवैया नहीं बदला.

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क्या है पूरा मामला

  • नवाबगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता एक होटल के सैलून में बतौर मैनेजर काम कर रही थी.
  • पीड़िता ने जब मैनेजर की पोस्ट ज्वॉइन की, तब से सैलून के मालिक नितिन मिश्रा शारीरिक सम्बन्ध बनाने का दबाव डालने लगे.
  • एक दिन पीड़िता को अकेले पाकर सैलून मालिक ने उससे जबरदस्ती की.
  • पीड़िता ने जब मना किया तो सैलून मालिक ने उसके ऊपर उल्टा चोरी का इल्जाम लगाने की धमकी दी.

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इसके बाद पीड़िता ने मैनेजर की नौकरी छोड़ दी और सैलून मालिक के खिलाफ पुलिस में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद सैलून मालिक पीड़िता के वाट्सऐप पर भद्दे-भद्दे कमेंट करने लगा, जिससे आजिज आकर उसने एक बार फिर पुलिस में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. मजबूरी में उसे न्यायालय की शरण में जाना पड़ा.
पीड़िता के वकील ने न्यायालय के समक्ष सभी साक्ष्य प्रस्तुत कर परिवाद दाखिल किया. महानगर मजिस्ट्रेट दशम ने परिवाद को स्वीकार करते हुए 9 सितम्बर को सुनवाई की तारीख तय की है.

Intro:कानपुर :- सैलून मालिक ने बनाया मैनेजर के ऊपर शारिरिक संबंध का दवाब, पुलिस के लापरवाही रवैये के बाद युवती पहुँची न्यायालय ।

योगी सरकार पुलिस की छवि सुधारने की भले ही लाख कोशिश कर ले लेकिन यूपी पुलिस है कि सुधरने का नाम ही नहीं ले रही है |  ताजा मामला है कानपुर का जंहा नवाबगंज थाना क्षेत्र की निवासी युवती को जान से मारने की धमकी दी जा रही है लेकिन पुलिस न तो उसका मुकदमा दर्ज कर रही है और ना ही कोई कार्यवाही | पुलिस की इस कार्यप्रणाली से आजिज आकर युवती न्याय पाने के लिये माननीय न्यायालय की शरण में पहुंच गयी है | 





Body:उत्तर प्रदेश के कानपुर महानगर में लड़कियों से संबधित कई मामले ऐसे हुये जिसमे पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया जिसके चलते उनको आत्महत्या करनी पड़ी | इन घटनाओ से पुलिस की काफी किरकिरी हुयी बावजूद इसके पुलिस ने अपना रवैय्या नहीं बदला |  कानपुर के नवाबगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली शाइस्ता परवीन होटल लैंडमार्क में बने वंदना ब्यूटी सलोन में बतौर मैनेजर काम कर रही थी | बकौल शाइस्ता जब मैनेजर की पोस्ट जॉइन करी तब से सलोन के मालिक नितिन मिश्रा शारीरिक सम्बन्ध बनाने का दबाव डालने लगे | एक दिन शाइस्ता को अकेले पाकर नितिन मिश्रा ने उसके कपडे फाड़ दिये और जबरदस्ती करने लगे जिसपर मना करने पर उलटा चोरी का इल्जाम लगाने की धमकी दे डाली | इसके बाद शाइस्ता ने मैनेजर की नौकरी छोड़ दी और नितिन के खिलाफ पुलिस में शिकायत करी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुयी | इसके बाद नितिन शाइस्ता के व्हाट्स एप्प पर भद्दे भद्दे कमेंट करने लगा जिससे आजिज आकर उसने एक बार फिर पुलिस में हिकायत करी लेकिन जब पुलिस ने कोई कार्यवही नहीं करी तो मजबूरी में उसे न्यायालय की शरण में जाना पडा | 




Conclusion:
शाइस्ता के वकील रवि उत्तम राणा ने शाइस्ता की इस पीड़ा को समझकर माननीय न्यायालय के समक्ष सभी साक्ष्य प्रस्तुत कर परिवाद दाखिल किया | माननीय महानगर मिजस्ट्रेट दसम ने परिवाद को स्वीकार करते हुये 9 सितम्बर को सुनवाई करेंगे | 

बाईट - शाइस्ता परवीन (पीड़िता) 
बाईट - रवि उत्तम राणा (पीड़िता के वकील

अखण्ड प्रताप सिंह
कानपुर ।
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