कानपुर: जिले में शुक्रवार को हुए हिंसा के बाद अब पुलिस ने उपद्रवियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. कानपुर पुलिस ने मीडिया को सीसीटीवी फुटेज जारी किए हैं, जिसमें बवाल और तोड़फोड़ करने वाले लोगों को साफ तौर पर देखा जा सकता है. पुलिस अब फुटेज के माध्यम से इन लोगों को पकड़ने की रणनीति बना रही है.
आईजी मोहित अग्रवाल का कहना है कि यतीमखाने पर हुई हिंसा में पुलिस का एक सिपाही गोली लगने से घायल हुआ था. एक सब इंस्पेक्टर के सिर पर गंभीर चोट आई थी. सब इंस्पेक्टर पर पेट्रोल बम से हमला किया गया था. इसके साथ ही कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे जो ज्यादा गंभीर थे. उनका इलाज हो रहा है.
आईजी ने कहा कि पुलिस का मनोबल कम नहीं हुआ है बल्कि बढ़ गया है. वो किसी तरह की अप्रिय घटना को रोकने में सक्षम है. माहौल शांतिपूर्ण है. सभी दुकानें खुल चुकी हैं. क्षेत्रो में तैनात पुलिसकर्मियों और आम जनमानस से उनका हाल चाल लिया जा रहा है.
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आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोगों को डर सता रहा है कि उनको गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन उनको आश्वस्त किया गया है कि किसी निर्दोष व्यक्ति को जेल नहीं भेजा जाएगा. वीडियो फुटेज और फोटो के आधार पर दंगाईयों को चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी की जाएगी.