कानपुर: सपा विधायक अमिताभ बाजपेई के बाद यूपी पुलिस ने कानपुर देहात जा रहे कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को उन्नाव में रोक लिया. प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृज लाल खाबरी और नशीमुद्दीन सिद्दकी भी मौजूद थे. प्रतिनिधिमंडल कानपुर देहात में मां-बेटी की जलने से मौत की घटना के बाद पीड़ित परिवार से प्रतिनिधिमंडल मिलने के लिए जा रहा था. लखनऊ कानपुर हाईवे पर नवाबगंज टोल पर चेकिंग के दौरान सोहरामऊ में पुलिस ने रोक लिया. इसी दौरान सपा प्रतिनिधिमंडल को भी उन्नाव पुलिस ने रोक लिया. रोके जाने से नाराज सपा विधायक मनोज पांडेय धरने पर बैठ गए. सपा विद्यायक मनोज पांडेय कानपुर देहात जाने की मांग पर अड़े हुए हैं. सपा प्रतिनिधिमंडल को कानपुर लखनऊ हाईवे पर अजाद मार्ग चौराहे पर रोका गया.
इससे पहले सपा विधायक अमिताभ बाजपेई व मोहम्मद हसन रूमी कानपुर देहात के लिए जैसे ही हाईवे पर पहुंचे तो उन्हें कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसरों ने रोक लिया था. इसके बाद सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने हाथ में बुलडोजर लेकर कार्यकर्ताओं संग प्रदर्शन किया. साथ ही योगी तेरी तनाशाही नहीं चलेगी, नहीं चलेगी के नारे लगाए. इससे पहले कानपुर पुुलिस कमिश्नरेट के आला अफसरों ने सपा विधायक को उनके काकादेव स्थित आवास पर हाउस अरेस्ट कर लिया था. सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की ओर से 11 सदस्यीय समिति को कानपुर देहात मामले की जांच के लिए रवाना करने के आदेश जारी किए गए थे. इन 11 सदस्यीय समिति में सपा विधायक अमिताभ बाजपेई का नाम भी है.
कानपुर देहात में एक घटना के दौरान मां-बेटी की जलकर मौत हो गई थी. अब इस मामले में सियासत तेज हो गई है. सोमवार को घटना के बाद जहां विपक्ष ने सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म पर जमकर योगी सरकार को घेरा था. सपा विधायक अमिताभ बाजपेई का कहना है कि योगी सरकार का बुलडोजर मतवाला हो गया है. अफसरों के सामने मां-बेटी जलकर मर गईं और अफसर कुछ नहीं कर पाए. उन्होंने कहा कि योगी सरकार में पुलिस और प्रशासन मिलकर विपक्ष की आवाज को दबाना चाहते हैं. सुबह करीब नौ बजे ही सपा विधायक अमिताभ बाजपेई के काकादेव स्थित आवास के बाहर कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गई थी. इस पूरे मामले पर संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया था कि सूचना मिली थी कि सपा विधायक कानपुर देहात जाना चाहते हैं. वहां किसी तरह की अव्यवस्था या अनहोनी न हो, इसके लिए एहतियातन उनके घर पर फोर्स लगाई गई थी. वहीं, पुलिस और सपा विधायक के बीच इन गतिविधियों को लेकर शहर में तरह-तरह के कयासों का दौर शुरू हो गया था.
कुछ दिनों पहले सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने शहर के सपा विधायक इरफान सोलंकी के समर्थन में फूलबाग में सत्याग्रह कर योगी सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताया था. वहीं, उक्त प्रकरण के अलावा सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने सीएसजेएमयू के प्रो. विनय पाठक की चरण पादुका (प्रतीकात्मक रूप) को गंगा में विसर्जित कर सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रकट किया था. दोनों ही मामलों के चलते सपा विधायक चर्चा में छा गए थे.
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