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जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में फिर रैगिंग, प्रिंसिपल बोले- लगातार कोई शख्स छवि को धूमिल कर रहा

कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में फिर से रैंगिंग का मामला सामने आया है. वहीं, प्रिंसिपल ने रैगिंग से इनकार किया है. उन्होंने कहा है कि कॉलेज की छवि को धूमिल किया जा रहा है.

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज
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Published : Dec 14, 2022, 11:19 AM IST

कानपुर: शहर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में कुछ दिनों पहले प्रथम वर्ष के छात्रों की रैगिंग का वीडियो वायरल हुआ था. उस मामले की जांच पूरी हो पाती, उससे पहले अब फिर से एक बार उक्त मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आ गया है. इस मामले में एक एमबीबीएस छात्र ने यूजीसी की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई है. इसमें बताया है कि सीनियर उन्हें परेशान करते हैं. हालांकि, पहले मामले की तरह जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल ने रैगिंग को लेकर पूरी तरह से इनकार किया है और कहा है कि लगातार कोई व्यक्ति मेडिकल कॉलेज की छवि को धूमिल कर रहा है. उन्होंने इस मामले की भी जांच बैठा दी है.

शहर का जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज पिछले कई महीने से लगातार चर्चा में है. कुछ माह पहले कॉलेज में गंदगी फैलने से कई छात्र-छात्राएं बीमार हो गए थे. इसके बाद कॉलेज में छात्रों को स्वाइन फ्लू हुआ, फिर डेंगू के मामले सामने आए. कुछ दिनों पहले ही मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल को शासन से कारण बताओ नोटिस भी जारी हुआ. वहीं, जब तक स्थितियां ठीक हो पातीं, तब अचानक से छात्रों की रैगिंग का वीडियो वायरल हो गया. उसके बाद फिर एक रैगिंग का मामला आ गया है.

यह भी पढ़ें: AMU के मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार का हाफ डे बंद, टूटी 60 साल की परंपरा

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में होने वाली हर गतिविधि पर शासन के अफसर लगातार नजर रख रहे हैं. कॉलेज में छात्रों की परेशानी का मामला हो या फिर किसी अन्य तरह की घटना. हर मामले को लेकर अफसर बेहद गंभीर हैं. प्रिंसिपल को लगातार शासन में बुलाया जा रहा है. कैम्पस के अंदर यह चर्चा भी जोरों पर है कि जल्द किसी प्रशासनिक अफसर पर गाज गिर सकती है.

कानपुर: शहर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में कुछ दिनों पहले प्रथम वर्ष के छात्रों की रैगिंग का वीडियो वायरल हुआ था. उस मामले की जांच पूरी हो पाती, उससे पहले अब फिर से एक बार उक्त मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आ गया है. इस मामले में एक एमबीबीएस छात्र ने यूजीसी की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई है. इसमें बताया है कि सीनियर उन्हें परेशान करते हैं. हालांकि, पहले मामले की तरह जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल ने रैगिंग को लेकर पूरी तरह से इनकार किया है और कहा है कि लगातार कोई व्यक्ति मेडिकल कॉलेज की छवि को धूमिल कर रहा है. उन्होंने इस मामले की भी जांच बैठा दी है.

शहर का जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज पिछले कई महीने से लगातार चर्चा में है. कुछ माह पहले कॉलेज में गंदगी फैलने से कई छात्र-छात्राएं बीमार हो गए थे. इसके बाद कॉलेज में छात्रों को स्वाइन फ्लू हुआ, फिर डेंगू के मामले सामने आए. कुछ दिनों पहले ही मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल को शासन से कारण बताओ नोटिस भी जारी हुआ. वहीं, जब तक स्थितियां ठीक हो पातीं, तब अचानक से छात्रों की रैगिंग का वीडियो वायरल हो गया. उसके बाद फिर एक रैगिंग का मामला आ गया है.

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जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में होने वाली हर गतिविधि पर शासन के अफसर लगातार नजर रख रहे हैं. कॉलेज में छात्रों की परेशानी का मामला हो या फिर किसी अन्य तरह की घटना. हर मामले को लेकर अफसर बेहद गंभीर हैं. प्रिंसिपल को लगातार शासन में बुलाया जा रहा है. कैम्पस के अंदर यह चर्चा भी जोरों पर है कि जल्द किसी प्रशासनिक अफसर पर गाज गिर सकती है.

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