कानपुर: कानपुर के कटरी के सबसे बड़े भूमाफिया रामदास के साथ उसके साथियों के खिलाफ तीन और मुकदमे दर्ज किए गए हैं. कटरी में प्लॉट खरीदने वाले तीन लोगों की तहरीर पर पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर रामदास और उसके सहयोगी रियल स्टेट कंपनी के मालिकों और मैनेजरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. हिस्ट्रीशीटर रामदास और उसके सहयोगियों ने सरकारी भूमि को अपनी बताकर धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा कर बेच डाला था. बता दें कि सरकारी जमीन पर कब्जा करने के मामले में भूमाफिया और उसका बेटा पहले से ही जेल में बंद हैं. इसके अलावा उसके सहयोगी फरार हैं.
तीन लोगों से सरकारी जमीन बेचने के नाम पर लिया पैसा
गोविंद नगर थाना क्षेत्र के गुजैनी निवासी अमन शर्मा के थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया था कि माल रोड स्थित रियल स्टेट कंपनी के मालिक राजू पाल मैनेजर विकास से 50 वर्ग गज का प्लाट कटरी में खरीदा था. किस्तों में एक लाख देने के बाद भी बैनामा नहीं हुआ. बाद में पता चला कि भूमि सरकारी है. इसी तरह बिधनू थाना क्षेत्र के ग्राम खड़कपुर निवासी उमेश यादव ने बताया कि उन्होंने एक अन्य रियल स्टेट कंपनी से प्लॉट खरीदा था. भूमाफिया रामदास उसके बेटे राजेंद्र, अनिल, विशेष कुमार और कंपनी के प्रोपराइटर सुधीर सिंह प्लॉट के एवज में डेढ़ लाख रुपये ले चुके हैं. अब आरोपियों ने फोन बंद कर लिए हैं. उधर मेडिकल कॉलेज के निवासी आशा देवी से भी प्लॉट के नाम पर पैसे हड़प लिए.
कटरी के भूमाफिया रामदास का इतिहास
कटरी के चर्चित भूमाफिया रामदास ने न सिर्फ पुलिस की शूटिंग रेंज की जमीन पर भी कब्जा किया था. बल्कि प्लॉटिंग कर बेच भी डाला था. उसने पुलिस की शूटिंग रेंज की साढ़े बारह बीघा जमीन पर कब्जा कर प्लॉटिंग कर दी थी. मामला प्रकाश में आने के बाद एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह के आदेश पर पुलिस ने पीएसी के साथ जा कर शूटिंग रेंज की जमीन पर हुए निर्माण को गिरा कर कब्जा मुक्त कराया गया था. पुलिस ने रामदास के कब्जे से सैकड़ों बीघा जमीन मुक्त कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.