कानपुरः पूरे देश में कोरोना संक्रमण से बढ़ती मौतों में एक वजह चिकित्सा उपकरणों की कमी भी है. उपकरणों की कमी की वजह से लोगों को इलाज मुहैया नहीं हो पा रहा है. कानपुर महानगर में भी लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं. कानपुर में ऑक्सीजन की किल्लत लगातार बरकरार है. लोगों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं. वेंटिलेटर नहीं मिल पा रहे हैं. इसे देखते हुए मूल रूप से कानपुर की रहने वाली जूही जैन और मिली जैन, जो कि यूएस (अमेरिका) में डॉक्टर हैं, उन्होंने कानपुर की मदद करने के लिए हाथ बढ़ाया है. उन्होंने मिनी वेंटिलेटर की तरीके से काम करने वाली बाइपेप मशीनें कानपुर के लिए आर्डर की हैं. इससे अब कानपुर में लोगों की जान बचाई जा सकेगी.
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मिनी वेंटिलेटर का काम करती है बाइपेप मशीन
आपको बता दें कि कोरोनावायरस के संक्रमण से सबसे ज्यादा फेफड़े प्रभावित हो रहे हैं. जिनको इलाज के लिए लोगों को वेंटिलेटर की सबसे ज्यादा आवश्यकता हो रही है. कानपुर में लिमिटेड वेंटिलेटर हैं. वहीं, बात की जाए बाईपेप मशीन जोकि मिनी वेंटिलेटर की तरीके काम करती है, उसके जरिए भी कई लोगों की जान बचाई जा रही है. कानपुर में यह भी सीमित संख्या में मौजूद हैं. इसको देखते हुए यूएस के शिकागो में डॉक्टर के रूप में काम कर रही कानपुर की रहने वाली जूही जैन और मिली जैन ने अपने देश को समस्या से जूझते हुए देखते हुए समस्या से राहत दिलाने के लिए 13 लाख रुपए के 10 बाईपेप मशीनों का आर्डर दिया है. जिसमें से 7 मशीनें गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज में पहुंच चुकी हैं, जबकि जल्द ही 3 और मशीनें आने की उम्मीद है.