कानपुरः अब देश का कोई भी छात्र अगर उसके पास आइडिया है तो उसका कानपुर आईआईटी स्वागत कर रहा है. यहां पर डिफर प्लेसमेंट सिस्टम लागू किया किया जा रहा है. जिसके तहत कोई भी व्यक्ति अपने आइडिया पर दो साल तक शोध कर सकता है. आईआईटी की तरफ से उसको 10 लाख तक और प्रति महीने 50 हजार तक की फेलोशिप भी मिलेगी.
सिर्फ आपके पास होना चाहिए आइडिया
आइडिया पर शोध के दौरान IIT आपको अपना सारा इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रयोग करने देगा. कैम्पस में रहने और आफिशियल काम करने की जगह देगा. विशेषज्ञ उपलब्ध कराएगा और फंडिंग भी करेगा. सिर्फ आपके पास आइडिया होना चाहिए. आइडिया में सफल नहीं होने पर दो साल बाद आप कम्पनियों द्वारा होने वाले प्लेसमेंट में भी बैठने का मौका दिया जाएगा जिससे आप नौकरी भी पा सकते हैं.
नौकरी के साथ उद्यमी बनने का मौका
आईआईटी कानपुर छात्रों को नौकरी के साथ उद्यमी बनने का भी मौका देगा. यह छात्रों के द्वारा आइडियाज मांगेगा और उन आइडियाज को स्टार्टअप तक पहुंचाने में मदद करेगा. आईआईटी इसके लिए उन आइडियाज को पूरा करने के लिए छात्रों को फेलोशिप देगा और फंडिंग भी उपलब्ध कराएगा.
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पढ़ाई के दौरान नौकरी की चिंता खत्म
छात्रों को पढ़ाई खत्म करने के बाद नौकरी की चिंता सताती है, लेकिन आईआईटी अब इस चिंता को दूर करेगा. अब छात्रों को एंटरप्रेन्योर बनने के लिए अग्रसर करेगा और इसके लिए आईआईटी छात्रों को विशेषज्ञ के साथ 50 हजार तक की फेलोशिप भी देगा. जिससे कि उन पर नौकरी करने का दबाव ना बने और वह उद्यमी बनने के अपने सपनों को पंख लगा सकें.