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फर्जी बीजेपी नेता पर होगी कार्यवाही, वीआईपी बनकर जमाता था रौब - फर्जी बीजेपी नेता

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में एक फर्जी नेता को पकड़ा है, जो गाड़ी पर सचिवालय का पास और हूटर लगाकर घूमता है. हालांकि फर्जी नेता के गाड़ी का चालान कर उसे छोड़ दिया गया है. वहीं एडिशनल एसपी अनूप कुमार का कहना है कि चालान की कार्रवाई के बाद इस मामले में अभी और भी कड़ी कार्रवाई होनी है.

एडिशनल एसपी अनूप कुमार.
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Published : Aug 27, 2019, 11:22 PM IST

कानपुर देहात: जनपद में बराजोर टोल प्लाजा पर एक फर्जी भाजपा नेता का रसूख देखने को मिला है. फर्जी नेता टोल प्लाजा पर टोल नहीं दे रहा था. थोड़ी देर बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला की वह फर्जी बीजेपी का नेता बनकर घूम रहा है. इसके बाद पुलिस ने फर्जी नेता के वीआईपी गाड़ी का चालान कर दिया.

एंबुलेंस लेन में घूसा बीजेपी का फर्जी नेता-
अकबरपुर कोतवाली अंतर्गत बाराजोर टोल प्लाजा पर सत्यम चतुर्वेद्वी नाम का एक युवक फर्जी बीजेपी नेता बनकर एंबुलेंस लेन में आया. एंबुलेंस लेन में सिर्फ एंबुलेंस को ही निकलने की छूट है. इसके बाद जब फर्जी बीजेपी नेता से टोल मांगा गया तो उसने पैसे देने से इंकार कर दिया. यह वाक्या उस वक्त का जब पीछे एंबुलेंस में एक गंभीर मरीज दर्द से कहरा रहा था. फर्जी नेता के जिद्द के कारण एंबुलेंस को दूसरी लेन से निकालना पड़ा.

फर्जी बीजेपी नेता की गाड़ी का कटा चालान.

एजीएम नीरज त्रिपाठी का बयान-
सूचना पर पहुंची पुलिस ने फर्जी नेता से जब बात की तो वह नेता फर्जी निकला. टोल प्लाजा के एजीएम नीरज त्रिपाठी का कहना है कि फर्जी नेता के गाड़ी पर लगा सचिवालय पास भी पूरी तरह से फर्जी है. इस पास के दम पर लगा यह हूटर भी फर्जी निकला. पुलिस ने फर्जी नेता के गाड़ी का चालान कर दिया. गाड़ी पर लगा हूटर पुलिस वे उतार लिया. फर्जी सचिवालय पास के लिए फर्जी नेता पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. अब सवाल यह उठता है कि फर्जी सचिवालय पास का इस्तेमाल करने पर पुलिस ने कोई कार्यवाही क्यों नहीं की.

गाड़ी से फर्जी हूटर उतार लिए गए हैं. इस पूरे मामले में चालान की कार्रवाई करने के बाद मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर पुलिस ने आरोपी तथाकथित नेता को छोड़ दिया है. फर्जी नेता को इसलिए छोड़ा है क्योंकि उसकी पत्नी का ऑपरेशन होना था. इस पूरे मामले में चालान की कार्रवाई के बाद अभी और भी कड़ी कार्रवाई होनी है, जिसके लिए मेरे द्वारा निर्देश दे दिए गए हैं.
-अनूप कुमार, एडिशनल एसपी

कानपुर देहात: जनपद में बराजोर टोल प्लाजा पर एक फर्जी भाजपा नेता का रसूख देखने को मिला है. फर्जी नेता टोल प्लाजा पर टोल नहीं दे रहा था. थोड़ी देर बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला की वह फर्जी बीजेपी का नेता बनकर घूम रहा है. इसके बाद पुलिस ने फर्जी नेता के वीआईपी गाड़ी का चालान कर दिया.

एंबुलेंस लेन में घूसा बीजेपी का फर्जी नेता-
अकबरपुर कोतवाली अंतर्गत बाराजोर टोल प्लाजा पर सत्यम चतुर्वेद्वी नाम का एक युवक फर्जी बीजेपी नेता बनकर एंबुलेंस लेन में आया. एंबुलेंस लेन में सिर्फ एंबुलेंस को ही निकलने की छूट है. इसके बाद जब फर्जी बीजेपी नेता से टोल मांगा गया तो उसने पैसे देने से इंकार कर दिया. यह वाक्या उस वक्त का जब पीछे एंबुलेंस में एक गंभीर मरीज दर्द से कहरा रहा था. फर्जी नेता के जिद्द के कारण एंबुलेंस को दूसरी लेन से निकालना पड़ा.

फर्जी बीजेपी नेता की गाड़ी का कटा चालान.

एजीएम नीरज त्रिपाठी का बयान-
सूचना पर पहुंची पुलिस ने फर्जी नेता से जब बात की तो वह नेता फर्जी निकला. टोल प्लाजा के एजीएम नीरज त्रिपाठी का कहना है कि फर्जी नेता के गाड़ी पर लगा सचिवालय पास भी पूरी तरह से फर्जी है. इस पास के दम पर लगा यह हूटर भी फर्जी निकला. पुलिस ने फर्जी नेता के गाड़ी का चालान कर दिया. गाड़ी पर लगा हूटर पुलिस वे उतार लिया. फर्जी सचिवालय पास के लिए फर्जी नेता पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. अब सवाल यह उठता है कि फर्जी सचिवालय पास का इस्तेमाल करने पर पुलिस ने कोई कार्यवाही क्यों नहीं की.

गाड़ी से फर्जी हूटर उतार लिए गए हैं. इस पूरे मामले में चालान की कार्रवाई करने के बाद मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर पुलिस ने आरोपी तथाकथित नेता को छोड़ दिया है. फर्जी नेता को इसलिए छोड़ा है क्योंकि उसकी पत्नी का ऑपरेशन होना था. इस पूरे मामले में चालान की कार्रवाई के बाद अभी और भी कड़ी कार्रवाई होनी है, जिसके लिए मेरे द्वारा निर्देश दे दिए गए हैं.
-अनूप कुमार, एडिशनल एसपी

Intro:एंकर - कानपुर देहात के बराजोर टोल प्लाजा पर एक बार फिर भाजपा नेताओं का रसूख देखने को मिला... लेकिन इस बार बाजी नेताजी पर ही भारी पड़ गई... नेताजी टोल प्लाजा पर पहुंचे और हमेशा की तरह एक बार फिर अपने रसूख का जलवा बिखेरते हुए.. टोल टैक्स ना देने की जिद पर अड़ गए... लेकिन इस बार नेताजी की यह अदा नेताजी पर ही भारी पड़ गई... दरअसल कानपुर देहात के बारा टोल प्लाजा पर एंबुलेंस लेन जिसे डेडीकेटेड किया गया है.. इस लेन से सिर्फ एंबुलेंस कोई को ही निकलने की छूट है.. लेकिन नेताजी पूरे तामझाम के साथ एम्बुलेंस लेन में ही घुस गए.. नतीजतन पीछे एंबुलेंस में मरीज कराहता रहा और नेताजी टोल टैक्स न देने की जिद पर अड़े रहे थोड़ी देर में ही इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई.. और पुलिस ने जब मौके पर पहुंच कर देखा तो नेताजी पूरी तरह बेनकाब हो गए । कुछ देर में ही नेताजी का जलवा ठंडा हो गया और नेताजी की इस बीआईपी गाड़ी का चालान भी पुलिस ने कर दिया ।
Body:वी ओ-1- मामला कानपुर देहात की अकबरपुर कोतवाली अंतर्गत बाराजोर टोल प्लाजा का है.. जहां एक नेता जी की गाड़ी रूकती है और नेताजी अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए टोल प्लाजा के एंबुलेंस लेन में खड़े होने के बावजूद टोल कर्मी को टोल के पैसे ना देने की ज़िद ठान लेते हैं लेकिन नेताजी आज इस बात को भूल गए कि नेताजी टोल प्लाजा की एंबुलेंस लेन में घुस गए हैं खास बात यह थी नेताजी की गाड़ी के ठीक पीछे एक एंबुलेंस जिसमें मरीज की हालत नाजुक थी वह भी खड़ी थी ऐसे में नेताजी की जिद के कारण उस एंबुलेंस को दूसरी लेन से निकालते हुए टोल कर्मियों ने इस पूरी घटना की सूचना पुलिस में को दी कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस ने नेताजी के इस रसूख के पीछे की असल वजह जानने की कोशिश की पुलिसिया पूछताछ में नेताजी ठंडे पड़ गए और इन माननीय का असली चेहरा बेनकाब हो गया दरअसल इस गाड़ी पर लगा ये सचिवालय पास भी पूरी तरह से फर्जी है इस पास के दम पर लगा यह हूटर भी फर्जी निकला पलक झपकते ही नेताजी बेनकाब हुए और पुलिस इन नेताजी पर भारी पड़ गई नेताजी का जलवा जैसे ही ठंडा हुआ तो बीजेपी की सरकार में बीजेपी के ही तथाकथित नेता का चालान पुलिस ने कर दिया लेकिन बड़ी बात यह है कि पुलिस द्वारा इस फर्जी नेता के फर्जी गाड़ी का हूटर उतारा गया, चालान किया गया लेकिन इसकी गाड़ी पर लगे सचिवालय पास पर जो कि पूर्ण रूप से फर्जी पाया गया उस पर इस तथाकथित नेता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई । ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर इस फर्जी सचिवालय पास का बेजा इस्तेमाल करते हुए कोई भी व्यक्ति इस पास के जरिये सचिवालय के भीतर भी दस्तक दे सकता है पुलिस ने भले ही इस मामले में वाहन स्वामी की गाड़ी का चालान कर अपने कर्तव्यों का निर्वाहन क्यों न किया हो लेकिन बड़ा सवाल ये उठता है कि प्रदेश की योगी सरकार के कार्यकाल में इस तरह से फर्जी सचिवालय पास का इस्तेमाल करने पर पुलिस ने कोई कार्यवाही क्यों नहीं की ।

बाईट - नीरज त्रिपाठी (एजीएम टोल प्लाजा )
Conclusion:

वी ओ -2- कानपुर देहात के बारा टोल प्लाजा पर हुए इस हाई वोल्टेज ड्रामे पर जब हमारी टीम ने कानपुर देहात के एडिशनल एसपी से बात की और इस बात की तस्दीक करने की कोशिश की । कि आखिर पूरी तरह से फर्जी नेता और फर्जी हूटर पर कार्रवाई हुई तो सचिवालय पास के बेजा इस्तेमाल को लेकर पुलिस ने इस तथाकथित नेता पर कार्रवाई क्यों नहीं की तो । जिले के एडिशनल एसपी का कहना था की इस पूरे मामले में चालान की कार्रवाई करने के बाद मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर पुलिस ने आरोपी तथाकथित नेता को सिर्फ इसलिए छोड़ा है क्योंकि उसकी पत्नी का ऑपरेशन होना था लेकिन इस पूरे मामले में चालान की कार्रवाई के बाद अभी और भी कड़ी कार्रवाई होनी है जिसके लिए मेरे द्वारा निर्देश दे दिए गए हैं

बाइट - अनूप कुमार ( एडिशनल एसपी कानपुर देहात )

फाइनल वी ओ - कानपुर देहात की इस घटना में जहां एक तरफ पुलिस ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए फर्जी नेता के खिलाफ कार्यवाही की औऱ उसका हूटर जप्त किया और चालान करते हुए उसे जाने की इजाजत दे दी वही बड़ा सवाल उठता है की एक तरफ पुलिस ने कार्यवाही करने का दिखावा तो किया लेकिन जिस तरह से सचिवालय पास का बेजा इस्तेमाल इस पूरे मामले में किया गया उसमें पुलिस ने अब तक कोई बड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की

Date – 27-8-2019

Center - Kanpur Dehat


Reporter - हिमांशु शर्मा
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