कन्नौजः जिले के छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र में देर शाम दो अलग-अलग हादसे हो गए. पहले हादसे में घिलोई के पास महमूदपुरकीरत पर एक अनियंत्रित प्राइवेट बस सड़क किनारे गड्ढे में जा गिरी, इसमें करीब 11 लोग घायल हो गए. इसमें से दो की हालत गंभीर होने के कारण उनको मेडिकल कॉलेज तिर्वा के लिए रेफर कर दिया गया.
वहीं छिबरामऊ में ही दूसरा हादसा हुआ, जिसमें एक टैक्सी, बाइक सवार को बचाने के चक्कर में अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई. टैक्सी पलटने से उसमें सवार करीब 13 यात्री घायल हो गए. तीन की हालत गंभीर होने के कारण उनको छिबरामऊ के मेडिकल कॉलेज से तिर्वा के लिए रिफर कर दिया गया. दोनों हादसों में कुल 24 लोग घायल हुए हैं.
ग्राम घिलोई में डग्गामार बस हुई फिर हादसे का शिकार
छिबरामऊ क्षेत्र के ग्राम घिलोई में डग्गामार और लापरवाही बसों की थमने का नाम नहीं ले रही है. 10 जनवरी को दिल दहला देने वाले बस हादसे के बाद भी प्रशासन इन हादसों पर लगाम लगाने में नाकाम है. छिबरामऊ से सवारियां भरकर एक डग्गामार बस बेवर की तरफ जा रही थी. जीटी रोड पर घिलोई गांव से आगे बस पहुंची, तभी महमूदपुरकीरत में एक साइकिल सवार बस के सामने आ गया. साइकिल सवार को बचाने के चक्कर में बस बेकाबू होकर खाई में चली गई.
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यात्रियों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और घायलों को बस से निकाल कर अस्पताल पहुंचाया. हादसे की सूचना पर थाना प्रभारी शैलेंद्र कुमार मिश्रा भी मय फोर्स के साथ पहुंच गए. साथ ही मौके पर एसडीएम गौरव शुक्ला ने अस्पताल के सीएमएस डॉ. कुलदीप यादव से घायलों का हालचाल लिया.
डग्गामारी वाहनों पर जिला प्रशासन मेहरबान
शुक्रवार देर शाम को डग्गामार बस घिलोई गांव के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई, इसमें 11 सवारियां घायल हो गईं. हादसे के बाद लोगों की जुबां पर सिर्फ एक ही सवाल था कि आखिर इन डग्गामार वाहनों को पुलिस संरक्षण क्यों दे रही है. इस बारे में जानकारी की गई तो पता चला कि दुर्घटनाग्रस्त बस के चालक और परिचालक भाग गए हैं. बस में कोई कागजात नहीं मिले हैं. बस को कब्जे में लिया गया है. बस का परमिट है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है.