जौनपुर: केंद्र सरकार ने आयुष के अंतर्गत आयुर्वेद और होम्योपैथी को सम्मिलित किया. सरकार का प्रयास है कि बिमारियों के इलाज के लिए आयुर्वेद और होम्योपैथी को लोग अपनाएं. इसके अंतर्गत योग्य चिकित्सकों के साथ दवाओं की भरपूर मात्रा भेजी जा रही है. वहीं इनके खस्ताहाल अस्पतालों को भी ठीक किया गया और यहां मरीजों को जोड़ने के लिए खूब प्रचार-प्रसार भी किया गया. जौनपुर जिले में भी चिकित्सकों की मेहनत की बदौलत हर महीने होम्योपैथ में मरीजों की संख्या 20 प्रतिशत तक बढ़ रही है.
- होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति काफी पुरानी है.
- इसकी दवाओं का बीमार मरीज के शरीर पर कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता है.
- अच्छी पद्धति होने के बाद भी मरीजों का विश्वास धीरे-धीरे होम्योपैथ से हट रहा था.
- सरकार और जौनपुर में जिला होम्योपैथिक अधिकारी ने प्रयास किया तो अस्पतालों में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई.
- हर महीने जिले में 20 प्रतिशत तक मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है.
- जिले में 1 महीने के अंदर ही 1 लाख 20 हजार मरीजों ने होम्योपैथ के जरिए इलाज कराया है जो कि रिकॉर्ड संख्या है.
- इससे साबित हो रहा है कि सरकार का प्रयास अब सफल हो रहा है.