जौनपुर: विशाखापट्टनम जैसी घटनाओं से जिला प्रशासन को सीख लेने की जरूरत है. पेट्रोल पंप के बगल में नियमों के अनुसार गैस के गोदाम नहीं होनी चाहिए, लेकिन शहर के वाजिदपुर तिराहे के पास भारत पेट्रोलियम का पेट्रोल पंप है और वहीं बगल में ही एक गैस एजेंसी है. यहां गैस से भरी हुई गाड़ियां अक्सर पेट्रोल पंप के सामने ही खड़ी रहती हैं. इन गाड़ियों को देखकर यहां आने वाले ग्राहकों को भी अब डर लगने लगा है, क्योंकि उनका कहना है कि ये तो हादसों को खुला आमंत्रण है.
लॉकडाउन का दौर चल रहा है ऐसे में आवश्यक सामानों की आपूर्ति पर कोई रोक भी नहीं है. इन आवश्यक सामानों में घरेलू गैस की आपूर्ति भी शामिल है. इस दौरान कई बार नियमों की अनदेखी भी हो रही है. नियम के अनुसार पेट्रोल पंप के बगल में गैस के गोदाम नहीं होने चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है. जौनपुर के वाजिदपुर तिराहे के पास में भारत पेट्रोलियम का पेट्रोल पंप है, तो वहीं उसी के बगल में गैस एजेंसी भी खुली हुई है.
इस गैस एजेंसी की सिलेंडर से भरी हुई गाड़ियां पेट्रोल पंप के बाहर देखी जा सकती हैं, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए. पेट्रोल और एलपीजी गैस दोनों ही अति ज्वलनशील है और कभी भी एक छोटी सी चूक से बड़े हादसे का कारण बन सकती है. लेकिन इस पर न तो गैस एजेंसी का ध्यान जाता है और न ही पेट्रोल पंप संचालक का.
यहां आने वाले ग्राहकों को भी इससे परेशानी हो रही है. गैस एजेंसी पर आए ग्राहक प्रशांत सिंह परमार ने कहा कि यह बहुत ही खतरनाक है, क्योंकि गैस और पेट्रोल दोनों ही अति ज्वलनशील शील है. दोनों एक जगह नहीं होने चाहिए. इससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
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