जौनपुरः जनपद में गोमती नदी के किनारे बनाए गए कुंड में मूर्ति विसर्जन का काम सुबह से ही शुरू हो गया. मूर्ति विसर्जन के लिए गोमती नदी के किनारे नगर निगम ने एक कुंड का इंतजाम किया था. कुंड का निर्माण सही तरीके से नहीं किया गया, इसके चलते अचानक कुंड का बांध टूट गया. बांध टूटने से मूर्ति विसर्जन का केमिकल युक्त पानी गोमती नदी में मिल गया. वहीं अधिकारियों ने आनन-फानन में मूर्ति विसर्जन के कार्यक्रम को रोक दिया.
कराया गया दूसरे कुंड का निर्माण
जिले में इस बार एक हजार से ज्यादा दुर्गा पूजा पंडाल स्थापित किए गए थे. इन मूर्तियों का विसर्जन करने के लिए इस बार प्रशासन के सामने काफी बड़ी चुनौती थी. नदी के किनारे जिला प्रशासन ने एक कुंड का निर्माण कराया था. वह पहले ही नदी में डूब गया. इसके बाद प्रशासन ने एक और कुंड का निर्माण कराया गया, जिसमें प्लास्टिक नहीं लगाया गया था.
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मूर्ति विसर्जन के दौरान टूटा कुंड
इस आधे-अधूरे इंतजाम से जिला प्रशासन के मूर्ति विसर्जन को लेकर तैयारियों की पोल भी खुल गई. वहीं केमिकल युक्त पानी गोमती नदी में मिल गया. इसके चलते एनजीटी और हाईकोर्ट के नियमों की खुले तौर पर धज्जियां भी उड़ती देखी गई. फिलहाल एक दूसरा कुंड बनाकर मूर्ति विसर्जन का काम शुरू कराया गया.