गोरखपुर: कोरोना संकट काल के दौरान प्रवासी मजदूरों और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए तरह-तरह से लोग आगे आ रहे हैं, लेकिन गोरखपुर से मजदूरों की मदद करने वाली दो ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जो मानवता की बेजोड़ तस्वीरें कही जा सकती हैं. जिले के सहजनवा तहसील में बतौर एसडीएम तैनात 2017 बैच की ट्रेनी आईएएस अफसर अनुज मलिक एक प्रवासी महिला मजदूर को नंगे पांव देखकर उसे अपने हाथों से चप्पल भेंट करते नजर आईं.
वहीं चौरी-चौरा विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष दीपक उर्फ दीपू जायसवाल की तरफ से हर प्रवासी मजदूर को चप्पल भेंट की जा रही है जो नंगे पांव ही अपने घरों के लिए निकल पड़े हैं.
पैदल ही घर को निकले प्रवासी
संकट की इस घड़ी में तमाम ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जो दिल दहला देने वाली हैं. हजारों किलोमीटर की यात्रा तय कर दिल्ली और मुंबई छोड़कर अपने घर वापसी के लिए निकल पड़े प्रवासी मजदूरों में पुरुष, महिलाएं और मासूम बच्चे भी हैं. इन्हें खाने के लिए तो कुछ न कुछ मिल जा रहा है, लेकिन इनके नंगे पांव की तरफ किसी की नजर नहीं जा रही. चलते-चलते इनकी चप्पलें भी टूट जा रही हैं. ऐसे में गोरखपुर में इन असहाय लोगों पर एक महिला आईएएस और बीजेपी नेता की रहम बरसी है.
पीएम मोदी कहते हैं कि आपदा को अवसर में बदलने का समय है, जिसे इन दो शख्सियत ने साबित करके दिखा दिया है. इन्होंने ऐसे लोगों की मदद की है, जिनके पांव में छाले पड़ गए थे. ऐसे बड़े लोगों से पैर में चप्पल पहनाए जाने पर जरूरतमंदों के आंसू छलक आए. उन्होंने इन्हें दुआ दिया और अपने आखिरी मुकाम की ओर चल पड़े.