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गोरखपुर: महिलाओं पर अत्याचार-दुराचार के लिए परिवार ही जिम्मेदार- निर्मला द्विवेदी

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला द्विवेदी ने महिलाओं से संबंधित समस्याओं के संदर्भ में जनसुनवाई की. जनसुनवाई में पीड़ित महिलाओं की समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को निस्तारण करने का आदेश दिया.

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महिलाओं की समस्याओं को लेकर हुई जनसुनवाई.
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Published : Dec 11, 2019, 8:31 PM IST

गोरखपुर: जिले में बुधवार को पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला द्विवेदी ने महिलाओं से संबंधित समस्याओं के लिए जनसुनवाई की. जनसुनवाई से पहले संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई. बैठक के बाद जनसुनवाई में मौजूद पीड़ित महिलाओं से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को निस्तारण करने का आदेश दिया.

महिलाओं की समस्याओं को लेकर हुई जनसुनवाई.

समाज को जागरूक करने की जरूरत
मीडियाकर्मियों से राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश में लगातार हो रहे महिलाओं पर अत्याचार-दुराचार के लिए परिवार ही जिम्मेदार है. मैं समझती हूं कि महिलाओं को और भी जागरूक करने की जरूरत है. उन्हें शिक्षित करने की जरूरत है और समाज की मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि परिवार में लड़कियों से भेदभाव किया जाता है. लड़कियों को हमेशा लड़कों से पीछे रखा जाता है. लड़कियों को कमजोर बताया जाता है. लड़कों को हमेशा आगे बढ़ने के लिए उत्साहित किया जाता है और लड़कियों को रोकने का काम करते हैं. समाज में लड़कियों को प्रोत्साहन देने की जरूरत है, आज लड़कियां हर क्षेत्र में आगे हैं.

समीक्षा बैठक में सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी, एसपी क्राइम अशोक कुमार वर्मा, महिला थाना प्रभारी अर्चना सिंह, नगर शिक्षा अधिकारी ब्रह्मचारी शर्मा सहित अन्य अधिकारी और आशा ज्योति केंद्र के कर्मचारी मौजूद रहे.

गोरखपुर: जिले में बुधवार को पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला द्विवेदी ने महिलाओं से संबंधित समस्याओं के लिए जनसुनवाई की. जनसुनवाई से पहले संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई. बैठक के बाद जनसुनवाई में मौजूद पीड़ित महिलाओं से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को निस्तारण करने का आदेश दिया.

महिलाओं की समस्याओं को लेकर हुई जनसुनवाई.

समाज को जागरूक करने की जरूरत
मीडियाकर्मियों से राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश में लगातार हो रहे महिलाओं पर अत्याचार-दुराचार के लिए परिवार ही जिम्मेदार है. मैं समझती हूं कि महिलाओं को और भी जागरूक करने की जरूरत है. उन्हें शिक्षित करने की जरूरत है और समाज की मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि परिवार में लड़कियों से भेदभाव किया जाता है. लड़कियों को हमेशा लड़कों से पीछे रखा जाता है. लड़कियों को कमजोर बताया जाता है. लड़कों को हमेशा आगे बढ़ने के लिए उत्साहित किया जाता है और लड़कियों को रोकने का काम करते हैं. समाज में लड़कियों को प्रोत्साहन देने की जरूरत है, आज लड़कियां हर क्षेत्र में आगे हैं.

समीक्षा बैठक में सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी, एसपी क्राइम अशोक कुमार वर्मा, महिला थाना प्रभारी अर्चना सिंह, नगर शिक्षा अधिकारी ब्रह्मचारी शर्मा सहित अन्य अधिकारी और आशा ज्योति केंद्र के कर्मचारी मौजूद रहे.

Intro:गोरखपुर। शासन के निर्देश पर राज्य महिला आयोग द्वारा महीने के पहले और तीसरे बुधवार को जनसुनवाई हर जिले में आयोजित की जाती है। इसी क्रम में आज गोरखपुर के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला द्विवेदी ने महिलाओं से संबंधित समस्याओं के संदर्भ में जनसुनवाई की। जनसुनवाई से पूर्व संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद जनसुनवाई में आए पीड़ित महिलाओं से मिलकर उनकी समस्याओं को जाना और संबंधित अधिकारियों को निस्तारण करने का आदेश दिया। मौके पर मीडिया कर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में बढ़ती महिलाओं व लड़कियों के ऊपर हो रहे अत्याचार के लिए कहीं ना कहीं परिवार ही जिम्मेदार है।

इस समीक्षा बैठक में सीएमओ डॉ श्रीकांत तिवारी, एसपी क्राइम अशोक कुमार वर्मा, महिला थाना प्रभारी अर्चना सिंह, नगर शिक्षा अधिकारी ब्रह्मचारी शर्मा सहित अन्य अधिकारी व आशा ज्योति केंद्र की कर्मचारी मौजूद रहे।



Body:मीडियाकर्मियों से बात करते हुए राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला द्विवेदी ने बताया कि प्रदेश में लगातार हो रहे महिलाओं पर अत्याचार दुराचार के लिए परिवार ही जिम्मेदार है। मैं समझती हूं कि लड़कियों को महिलाओं को और भी जागरूक करने की जरूरत है। उन्हें शिक्षित करने की जरूरत है, समाज की मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है। परिवार द्वारा लड़कियों के भेदभाव से ही विरोधाभास उत्पन्न हो जाता है। परिवार में लड़कियों को हमेशा लड़कों से पीछे रखा जाता है लड़कियों को कमजोर बताया जाता है। लड़कों को हमेशा आगे बढ़ने के लिए उत्साहित करते हैं और लड़कियों को रोकने का काम करते हैं। समाज परिवार को और जागरूक व शिक्षित होने की जरूरत है। लड़कियों को प्रोत्साहन देने की जरूरत है आज लड़कियां हर क्षेत्र में आगे हैं।

वाइट निर्मला द्विवेदी सदस्य राज्य महिला आयोग



निखिलेश प्रताप
गोरखपुर
9453623738


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