रायबरेली: फर्जी अधिवक्ता को सिटी मजिस्ट्रेट न्यायिक कोर्ट में मौजूद न्यायालय के कर्मचारियों ने पकड़ लिया. जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने फर्जी अधिवक्ता को पेश करते हुए उसे पुलिस के हवाले कर दिया है.
मामला रायबरेली जिले के शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित सदर न्यायिक मजिस्ट्रेट कार्यालय का है. जहां युवक न्यायालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद का फर्जी आई कार्ड बनाकर, तैनाती के बहाने लोगों से ठगी का काम करता था. इस बात का खुलासा तब हुआ जब न्यायालय कमरे के अंदर रजिस्टर्ड अधिवक्ताओं को उसके पास से न्यायालय की मोहरे देखने को मिली. इसके बाद अधिवक्ताओं के शिकायत करने पर न्यायालय कक्ष में तैनात कर्मचारियों ने उसे पकड़ लिया.
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जब उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास से कंप्यूटर ऑपरेटर न्यायिक मजिस्ट्रेट अतिरिक्त का एक फर्जी आई कार्ड के साथ कोर्ट की मुहर भी बरामद की गईं. पकड़े गए आरोपी युवक का नाम रजक अहमद पुत्र स्वर्गीय आफक अहमद निवासी खुर्रम नगर लखनऊ है. फर्जी परिचय पत्र के आधार पर आरोपी युवक की जन्म तिथि 14 नवम्बर 1998 दर्ज है, तो वहीं उप जिला अधिकारी न्यायिक सदर कार्यालय में तैनाती की तारीख 24 दिसम्बर 2024 दर्ज है.
फिलहाल, इस पूरे मामले को लेकर कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील श्रीवास्तव ने अधिकारियों के समक्ष ऐसे फर्जी अधिवक्ताओं और नटवरलालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. क्षेत्राधिकारी अमित सिंह ने बताया है कि मामले में पकड़े गए आरोपी युवक से पूछताछ की जा रही है. उसके पास से फर्जी न्यायालय में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर और फर्जी मुहर बरामद की गई हैं. तथ्यों के आधार पर मामले में विधिक कार्रवाई की जाएगी.
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