गोरखपुरः पूर्वोत्तर रेलवे में एक ऐसी टेक्नीक का निर्माण किया है, जिससे यूटीएस काउंटर पर घंटों आपको टिकट का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. फैंटम सर्किट से अब यात्रियों की समस्या का निदान होगा. यदि किसी रेलवे स्टेशन पर नेटवर्क में दिक्कत आती है तो फैंटम सर्किट से इस स्टेशन पर ऑटो नेटवर्किंग हो जाती है.
- यह ऑटो नेटवर्किंग दूसरे स्टेशन के नेटवर्क से कनेक्ट हो जाता है जहां नेटवर्क होता है.
- फैंटम सर्किट रेलवे के क्वैड केबल के माध्यम से चलता है.
- पहले रेलवे बीएसएनल के नेटवर्क पर कार्य करता था.
- उससे तमाम तरीके की परेशानियों को झेलना पड़ता था.
- अब इन समस्याओं से निजात मिल जाएगी.
- यात्री पहले घंटों लाइन में लगता था और जब उसके टिकट की बारी आती थी.
- अचानक सर्वर डाउन हो जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह की ने कहा कि स्टेशन पर कई बार बीएसएनएल का लिंक फेल हो जाता था. हमारी टिकटिंग सिस्टम UTS है वो 72 घंटे काम तो करता है उसके बाद प्रिंटिंग टिकट पर जाना पड़ता है.
अभी क्या है कि हम डिजिटल इंडिया की तरफ बढ़ रहे हैं हम लोग चाहते हैं कि हम डिजिटल पर ही रहे. इसको देखते हुए हम लोगों ने एक सर्किट फैंटम सर्किट डिवेलप किया. लखनऊ मंडल के 11 स्टेशनों पर फैंटम सर्किट लगा दिया गया है जिसका यात्री लाभ उठा रहे हैं.