गोरखपुर: रिहाई के आदेश के बावजूद कवयित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि फिलहाल घर नहीं जा सकेंगे. पूर्व मंत्री और पूर्वांचल के कद्दावर नेता अमरमणि त्रिपाठी और मधुमणि की सेहत नासाज है. दोनों बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं. 24 अगस्त को शासन की ओर से दोनों की रिहाई के आदेश दिए थे. 25 अगस्त को कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद 25-25 लाख के मुचलके के पांच बांड भरे गए. जेलर BRD मेडिकल कॉलेज में रिहाई का परवाना लेकर पहुंचे. इसके बावजूद तबीयत खराब होने के कारण अमरमणि और मधुमणि अभी अस्पताल में ही रहेंगे. उनके पुत्र पूर्व विधायक अमन मणि ने मीडिया से बातचीत में इसकी पुष्टि की.
जेलर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हमने दोनों को रिहा कर दिया है, आगे का निर्णय बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन और उनका परिवार लेगा. इसके बाद अमरमणि के बेटे अमन मणि ने बताया कि उनके पिता और मां की तबीयत खराब है. जब वे स्वस्थ्य हो जाएंगे और मेडिकल कॉलेज प्रशासन उन्हें घर ले जाने की सहमति देगा, इसके बाद ही उन्हें घर ले जाया जाएगा.
मेडिकल कॉलेज के जिस वार्ड में अमरमणि और उनकी पत्नी मधुमणि भर्ती हैं, वहां की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है. इस फैसले के बाद अमर मणि के पुत्र अमन मणि और अन्य समर्थकों की भीड़ भी अस्पताल से लेकर घर तक पहुंचने लगी है. मीडिया ने अमनमणि से सवाल किया कि उनके पिता क्या आज रिहा होकर घर जाएंगे, तो उन्होंने कहा कि उनकी तबीयत अभी ठीक नहीं है. मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर जब उन्हें स्वस्थ बताएंगे तब उन्हें ले जाया जाएगा. फिलहाल, अभी वह अस्पताल से नहीं जाने वाले. साथ ही उन्होंने अपने पिता की 20 वर्षों के बाद हुई रिहाई को बहुत ही खुशी का दिन बताया. उन्होंने कहा कि जिन्हें देखने के लिए न सिर्फ एक परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र के लोगों की आंखें तरस गई थीं, आज उनके सामने यह खुशी का दिन आया है तो निश्चित रूप से लोग व्याकुल हैं कि कैसे जल्दी से जल्दी उन्हें देख लिया जाए. लोगों की यह हसरत बहुत जल्द ही पूरी हो जाएगी.
अमन मणि ने कहा कि उन्हें और उनके परिवार को संविधान और कोर्ट में पूरा भरोसा है. आज तक कोर्ट ने जो भी निर्णय ,फैसला सुनाया है सभी का हम लोगों ने सम्मान किया है, और आगे भी करते रहेंगे. अमन मणि ने कहा कि उनके पिता अपने क्षेत्र के एक ऐसे नेता थे, जो सबके दुख सुख के साथी थे. यही वजह है कि जो लोग उन्हें 20 वर्षों से देख नहीं पाए हैं, जब से उनके रिहाई का संदेश नौतनवा विधानसभा क्षेत्र और पूर्वांचल के इलाके में फैला है, उनके चाहने वाले समर्थकों की भारी भीड़ घर से लेकर जेल और जेल से लेकर मेडिकल कॉलेज तक पहुंच रही है. अमन मणि ने शासन और कोर्ट को भी धन्यवाद दिया.