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डायग्‍नोस्टिक सेंटर के कर्मचारी ने ही रची थी लूट की साजिश, चार लुटेरे गिरफ्तार - लूट के चार आरोपी गिरफ्तार

गोरखपुर में एक डायग्‍नोस्टिक सेंटर के डायरेक्‍टर से 12 जून की शाम बाइक सवार बदमाशों ने साढ़े चार लाख रुपये लूट लिए थे. इस घटना में शामिल डायग्‍नोस्टिक सेंटर के कर्मचारी और तीन अंतरजनपदीय लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

चार लुटेरे गिरफ्तार
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Published : Jun 26, 2021, 7:46 AM IST

गोरखपुरः जनपद में एक डायग्‍नोस्टिक सेंटर के डायरेक्‍टर से 12 जून की शाम बाइक सवार तीन लुटेरों ने साढ़े चार लाख रुपये लूट लिए थे. इस घटना में शामिल तीन अंतरजनपदीय लुटेरों समेत डायग्‍नोस्टिक सेंटर में ब्‍लड सैं‍पलिंग करने वाले कर्मचारी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. तीनों लुटेरे सिद्धार्थनगर के रहने वाले हैं.

दरअसल डायग्‍नोस्टिक सेंटर पर काम कर‍ने वाले कर्मचारी ने ही तीन दोस्‍तों की मदद से साढ़े चार लाख रुपये की लूट कराई थी.

एसएसपी ने किया लूट का खुलासा

गोरखपुर के एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने पुलिस लाइन सभगार में घटना का खुलासा किया. उन्‍होंने बताया कि कैंट थाना क्षेत्र के ब‍ेतियाहाता स्थित लाइफ डायग्‍नोस्टिक सेंटर के डायरेक्‍टर विजय गोयल से असलहा सटाकर 12 जून की शाम तीन लुटरों ने साढ़े चार लाख रुपये की लूट की घटना को अंजाम दिया था. इस घटना में इंस्‍पेक्‍टर कैंट, स्‍वाट टीम के साथ सर्विलांस टीम को भी लगाया गया था. इसकी मॉनिटरिंग एसपी सिटी सोनम कुमार और एएसपी राहुल भाटी के द्वारा की जा रही थी.

एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने बताया कि इस मामले में चार बदमाशों को गिफ्तार किया गया है. चारों सिद्धार्थनगर जिले के रहने वाले हैं. उनकी पहचान सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ़ के रहने वाले गड़ाकुल चौराहा अमन अग्रहरी, दीपू मोदनवाल, सिद्धार्थनगर के जोगिया उदयपुर जगमोहन के रहने वाले अनूप गौड़, सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ सोहरिया वार्ड नंबर 5 के रहने वाले सागर गौड़ के रूप में हुई है. पुलिस ने अमन अग्रहरि के पास से लूट के 50 हजार रुपये, दीपू मोहनवाल के पास से लूट के 24 हजार रुपये नकद और बुलेट, अनूप गौड़ के पास से 75 हजार रुपये नकद और सागर गौंड़ के पास से 45 हजार रुपये नकद, तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद किया है.

कैंट पुलिस ने अमन, दीपू और अनूप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. सागर गौड़ के खिलाफ आईपीसी की धारा 394, 411, 120 बी के साथ 25/3 आर्म्‍स एक्‍ट के तहत मामला दर्ज किया है. बदमाशों के पास से कुल 1.94 लाख कैश बरामद हुआ है. पुलिस की जांच में सामने आया कि उदयपुर सिद्धार्थनगर का रहने वाला अनूप गौड़ पैथोलॉजी में ब्लड कलेक्शन का काम करता रहा है. लेकिन कोरोना के दौरान मरीज से अधिक पैसे लेने के आरोप में पैथोलाजी के मालिक ने अनूप को नौकरी से हटा दिया. अनूप को पैथोलोजी में रोजाना की आमदनी से लेकर हर एक चीज की सटीक जानकारी रही है. इसके बाद अनूप ने अपने इंदिरानगर के किराए के कमरे पर कन्हैया मद्धेशिया को रख लिया और लूट की योजना बना डाली.

एसएसपी ने बताया कि इस दौरान अनूप ने पैथोलॉजी के कर्मचारी सनातन की रेकी कर कन्हैया को उसकी पहचान करा दी. इसके बाद कन्हैया ने सिद्धार्थनगर से तीन और साथियों को बुलाया. बदमाशों ने 6 से 12 जून तक लगातार रेकी की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. इसके बाद 12 जून को पैथोलॉजी के डायरेक्टर द्वारा ले जा रहे 4.50 लाख रुपयों की लूट की इस वारदात को अंजाम देकर फररा हो गए. इसके बाद सभी बदमाश सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ भाग गए. गुरुवार की रात पुलिस और क्राइम ब्रांच ने चारों बदमाशों को कैंट इलाके के पार्क रोड से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस इनके आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी जुटा रही है.

गोरखपुरः जनपद में एक डायग्‍नोस्टिक सेंटर के डायरेक्‍टर से 12 जून की शाम बाइक सवार तीन लुटेरों ने साढ़े चार लाख रुपये लूट लिए थे. इस घटना में शामिल तीन अंतरजनपदीय लुटेरों समेत डायग्‍नोस्टिक सेंटर में ब्‍लड सैं‍पलिंग करने वाले कर्मचारी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. तीनों लुटेरे सिद्धार्थनगर के रहने वाले हैं.

दरअसल डायग्‍नोस्टिक सेंटर पर काम कर‍ने वाले कर्मचारी ने ही तीन दोस्‍तों की मदद से साढ़े चार लाख रुपये की लूट कराई थी.

एसएसपी ने किया लूट का खुलासा

गोरखपुर के एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने पुलिस लाइन सभगार में घटना का खुलासा किया. उन्‍होंने बताया कि कैंट थाना क्षेत्र के ब‍ेतियाहाता स्थित लाइफ डायग्‍नोस्टिक सेंटर के डायरेक्‍टर विजय गोयल से असलहा सटाकर 12 जून की शाम तीन लुटरों ने साढ़े चार लाख रुपये की लूट की घटना को अंजाम दिया था. इस घटना में इंस्‍पेक्‍टर कैंट, स्‍वाट टीम के साथ सर्विलांस टीम को भी लगाया गया था. इसकी मॉनिटरिंग एसपी सिटी सोनम कुमार और एएसपी राहुल भाटी के द्वारा की जा रही थी.

एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने बताया कि इस मामले में चार बदमाशों को गिफ्तार किया गया है. चारों सिद्धार्थनगर जिले के रहने वाले हैं. उनकी पहचान सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ़ के रहने वाले गड़ाकुल चौराहा अमन अग्रहरी, दीपू मोदनवाल, सिद्धार्थनगर के जोगिया उदयपुर जगमोहन के रहने वाले अनूप गौड़, सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ सोहरिया वार्ड नंबर 5 के रहने वाले सागर गौड़ के रूप में हुई है. पुलिस ने अमन अग्रहरि के पास से लूट के 50 हजार रुपये, दीपू मोहनवाल के पास से लूट के 24 हजार रुपये नकद और बुलेट, अनूप गौड़ के पास से 75 हजार रुपये नकद और सागर गौंड़ के पास से 45 हजार रुपये नकद, तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद किया है.

कैंट पुलिस ने अमन, दीपू और अनूप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. सागर गौड़ के खिलाफ आईपीसी की धारा 394, 411, 120 बी के साथ 25/3 आर्म्‍स एक्‍ट के तहत मामला दर्ज किया है. बदमाशों के पास से कुल 1.94 लाख कैश बरामद हुआ है. पुलिस की जांच में सामने आया कि उदयपुर सिद्धार्थनगर का रहने वाला अनूप गौड़ पैथोलॉजी में ब्लड कलेक्शन का काम करता रहा है. लेकिन कोरोना के दौरान मरीज से अधिक पैसे लेने के आरोप में पैथोलाजी के मालिक ने अनूप को नौकरी से हटा दिया. अनूप को पैथोलोजी में रोजाना की आमदनी से लेकर हर एक चीज की सटीक जानकारी रही है. इसके बाद अनूप ने अपने इंदिरानगर के किराए के कमरे पर कन्हैया मद्धेशिया को रख लिया और लूट की योजना बना डाली.

एसएसपी ने बताया कि इस दौरान अनूप ने पैथोलॉजी के कर्मचारी सनातन की रेकी कर कन्हैया को उसकी पहचान करा दी. इसके बाद कन्हैया ने सिद्धार्थनगर से तीन और साथियों को बुलाया. बदमाशों ने 6 से 12 जून तक लगातार रेकी की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. इसके बाद 12 जून को पैथोलॉजी के डायरेक्टर द्वारा ले जा रहे 4.50 लाख रुपयों की लूट की इस वारदात को अंजाम देकर फररा हो गए. इसके बाद सभी बदमाश सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ भाग गए. गुरुवार की रात पुलिस और क्राइम ब्रांच ने चारों बदमाशों को कैंट इलाके के पार्क रोड से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस इनके आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी जुटा रही है.

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