गोरखपुर: महाशिवरात्रि के अवसर पर सभी शिव मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है. गोरखनाथ स्थित मानसरोवर मंदिर पर भी शिव भक्तों की भीड़ देखने को मिली. लंबी-लंबी कतारों में शिव भक्त, भगवान भोले की आराधना में जुटे हुए हैं.
गोरखनाथ स्थित मानसरोवर मंदिर को राजा मानसिंह ने बनवाया था. ऐसी मान्यता है कि भगवान भोले यहां स्वयंभू के रूप में प्रकट हुए थे. हजारों साल पुराने इस मंदिर में राजा दशरथ और गुरु गोरखनाथ ने भी पूजा आराधना की थी. इस मंदिर की ऐसी मान्यता है कि यहां से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटता है.
मानसरोवर मंदिर के मुख्य पुजारी योगी प्रेम नाथ ने बताया कि यह मंदिर राजा मानसिंह ने बनवाया था. राजा मानसिंह यहां पर जल क्रीड़ा करने आते थे और भगवान भोले उनके सपने में आकर स्वयंभू के रूप में दर्शन दिये थे. इस मंदिर से गुरु गोरक्षनाथ का भी गहरा नाता रहा है. गुरु गोरखनाथ जब ज्वाला देवी का भ्रमण करके आये तो इस मंदिर में एक रात गुजारी थी और भगवान भोले की पूजा आराधना की थी.
श्रद्धालु अर्चना पांडे ने बताया कि वह कई वर्षों से इस मंदिर में आती हैं, सोमवार के दिन शिवरात्रि पड़ने से इस पर्व का महत्व और बढ़ जाता है. उन्होंने भगवान भोले को भांग, धतूरा, बेल पत्र, दूध, अक्षत और जल चढ़ाया.