गोरखपुर: नवरात्रि के अवसर पर पूरी तरह से गोरक्ष पीठाधीश्वर की भूमिका में व्यस्त रहने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दशमी तिथि शुक्रवार को भी अपने शासकीय कर्तव्यों का गोरखनाथ मंदिर में पालन करते हुए दिखे. इस दौरान वह दूरदराज से आए हुए फरियादियों की समस्याओं को एक-एककर सुबह 7:00 बजे से ही सुनना शुरू कर दिया. उन्होंने फरियादियों को भरोसा दिलाया कि जिस भी उम्मीद के साथ फरियाद लेकर पहुंचे हैं वह जरूर पूरी होगी, निराशा हाथ नहीं लगेगी.
सीएम ने एक-एक फरियादियों की बात को सुना. उनके आवेदन पत्र को अपने हाथ में लिया और संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों तक कार्रवाई के लिए मौके पर मौजूद मंडलायुक्त, पुलिस अधीक्षक के माध्यम से भेजने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क, आवास, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं आमजन तक पहुंचाने के लिए सरकार ने शानदार कार्य किया है. फिर भी यदि किसी को इन सुविधाओं को लेकर कहीं कोई समस्या है तो उसका जल्द से जल्द निराकरण किया जाएगा.
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी दशा में कोई भी गरीब बेघर नहीं होना चाहिए. किसी के पास जमीन न होने के कारण आवास नहीं है, तो उसके लिए जमीन की व्यवस्था करते हुए सरकारी योजना के तहत आवास बनाकर दिया जाए. एक अन्य महिला ने अपने मोहल्ले में सड़क की समस्या बताई. मुख्यमंत्री ने उसे भी आश्वस्त करने के साथ अधिकारियों को सड़क बनवाने का निर्देश दिया.
जनता दर्शन में आए पुलिस व राजस्व से जुड़े मामलों पर उन्होंने त्वरित, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपरक कार्यवाही का निर्देश दिया. साथ ही इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे लोगों को भरोसा दिया कि इलाज में धन की कमी आड़े नहीं आएगी. इस्टीमेट की प्रक्रिया पूर्ण होते ही विवेकाधीन कोष से धनराशि जारी कर दी जाएगी.
सीएम योगी ने कहा कि कहीं किसी गांव-मोहल्ले में सड़क की दिक्कत रह गई है तो वहां मरम्मत या निर्माण कराया जाएगा. बिजली के बकाया बिल भी बोझ नहीं रहेंगे. पुनरीक्षित कराकर किस्तों में भुगतान की सुविधा दी जाएगी. सीएम गुरुवार को नवमी तिथि पर गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन किए और रेशम कीट पालन से संबंधित बड़ी कार्यशाला में भी बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. जहां उन्होंने रेशम के उत्पादन को बढ़ाने और किसानों को प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया था.