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गोंडा में घाघरा नदी का कहर, प्राथमिक स्कूल पानी में डूबा

यूपी के गोंडा जिले में घाघरा नदी का कहर देखने को मिल रहा है. सबसे ज्यादा नुकसान तरबगंज और कर्नलगंज तहसील में देखने को मिल रहा है. तरबगंज तहसील में एक प्राथमिक विद्यालय घाघरा नदी में समाता जा रहा है.

बाढ़ की चपेट में आया प्राथमिक स्कूल.
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Published : Aug 18, 2019, 8:20 PM IST

गोंडा: नेपाल और पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के पानी को बैराज से छोड़े जाने के बाद गोंडा में घाघरा नदी खतरे के निशान से 11 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. इसके चलते जिले के तरबगंज और कर्नलगंज तहसील के कई गांव पानी से घिरे हुए हैं. वहीं तरबगंज तहसील में केवटाही में बने प्राथमिक विद्यालय को घाघरा ने अपनी चपेट में ले लिया है. विद्यालय की बिल्डिंग नदी में समाती जा रही है.

बाढ़ की चपेट में आया प्राथमिक स्कूल.

ईटीवी भारत ने पहले ही विद्यालय को नदी से खतरे की बात बताई थी. उसके बाद भी जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. अगर समय रहते जिला प्रशासन और बेसिक शिक्षा विभाग सचेत जाता तो विद्यालय को नदी में समाने से बचाया जा सकता था. विद्यालय में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चों की पढ़ाई पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. जिला प्रशासन ने बाढ़ को देखते हुए जिले में 25 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है.

ये भी पढ़ें: दलहन में गोण्डा फिसड्डी, फिर भी वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट में हुआ चयन

लगातार हो रहा घाघरा नदी में कटाव
तरबगंज तहसील के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय केवटाही स्कूल की बिल्डिंग को घाघरा ने अपने आगोश में ले लिया है. प्राथमिक विद्यालय की बिल्डिंग नदी में समाती जा रही है, जिसके चलते विद्यालय में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चों की पढ़ाई पर संकट खड़ा हो गया है. बच्चे अपने घर बैठने को मजबूर हैं.

स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जब वे विद्यालय बना था तो नदी से लगभग 2 किलोमीटर दूर था. पिछले कई सालों में नदी जमीन को काटते हुए विद्यालय तक पहुंच गई और विद्यालय नदी में समाता जा रहा है. इसकी सूचना पहले ही जिला प्रशासन को दी थी, लेकिन जिला प्रशासन ने इसके लिए कुछ नहीं किया.

ये भी पढ़ें: गोण्डा: कुपोषित बच्चों की बढ़ रही संख्या, शासन-प्रशासन के दावे फेल

वहीं, आसपास रहने वाले कई परिवारों को पलायन करना पड़ा है. लोग जीवन यापन के लिए बांधो और ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. इनकी जिला प्रशासन कोई मदद नहीं कर रहा है

गोंडा: नेपाल और पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के पानी को बैराज से छोड़े जाने के बाद गोंडा में घाघरा नदी खतरे के निशान से 11 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. इसके चलते जिले के तरबगंज और कर्नलगंज तहसील के कई गांव पानी से घिरे हुए हैं. वहीं तरबगंज तहसील में केवटाही में बने प्राथमिक विद्यालय को घाघरा ने अपनी चपेट में ले लिया है. विद्यालय की बिल्डिंग नदी में समाती जा रही है.

बाढ़ की चपेट में आया प्राथमिक स्कूल.

ईटीवी भारत ने पहले ही विद्यालय को नदी से खतरे की बात बताई थी. उसके बाद भी जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. अगर समय रहते जिला प्रशासन और बेसिक शिक्षा विभाग सचेत जाता तो विद्यालय को नदी में समाने से बचाया जा सकता था. विद्यालय में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चों की पढ़ाई पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. जिला प्रशासन ने बाढ़ को देखते हुए जिले में 25 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है.

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लगातार हो रहा घाघरा नदी में कटाव
तरबगंज तहसील के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय केवटाही स्कूल की बिल्डिंग को घाघरा ने अपने आगोश में ले लिया है. प्राथमिक विद्यालय की बिल्डिंग नदी में समाती जा रही है, जिसके चलते विद्यालय में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चों की पढ़ाई पर संकट खड़ा हो गया है. बच्चे अपने घर बैठने को मजबूर हैं.

स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जब वे विद्यालय बना था तो नदी से लगभग 2 किलोमीटर दूर था. पिछले कई सालों में नदी जमीन को काटते हुए विद्यालय तक पहुंच गई और विद्यालय नदी में समाता जा रहा है. इसकी सूचना पहले ही जिला प्रशासन को दी थी, लेकिन जिला प्रशासन ने इसके लिए कुछ नहीं किया.

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वहीं, आसपास रहने वाले कई परिवारों को पलायन करना पड़ा है. लोग जीवन यापन के लिए बांधो और ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. इनकी जिला प्रशासन कोई मदद नहीं कर रहा है

Intro:गोण्डा : घाघरा नदी में समाया प्राथमिक विद्यालय की बिल्डिंग,स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई के संकट, जिले के तरबगंज व कर्नलगंज तहसील के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से घिरे


एंकर :- नेपाल व पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के पानी को बैराज से छोड़े जाने के बाद गोंडा घाघरा खतरे के निशान से 11 सेंटीमीटर ऊपर हो गए इसके चलते जिले के तरबगंज व कर्नलगंज तहसील के दर्जनों गांव पानी से गिरे हुए हैं वहीं घाघरा तरबगंज तहसील में अपना कहर बरपा रही है घाघरा के कहर के चलते नदी के पास बने प्राथमिक विद्यालय केवटाही बेलसर शिक्षा क्षेत्र को अपने आगोश में ले लिया प्राथमिक विद्यालय की बिल्डिंग नदी में समा रही है। स्कूल की बिल्डिंग नदी समाती जा रही है।ईटीवी भारत ने पहले ही विद्यालय के को नदी से खतरा की बात बताई थी उसके बाद भी जिला प्रशासन नहीं संज्ञान अगर समय रहते जिला प्रशासन व बेसिक शिक्षा विभाग सचेत जाता तो विद्यालय को नदी में समाने से बचाया जा सकता था विद्यालय के नदी में समाने के बाद विद्यालय में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चों की पढ़ाई का संकट सामने आ गया है और बच्चों अपने घर पर बैठने को मजबूर। जिला प्रशासन ने बाढ़ को देखते हुए जिले में 25 बार चौकियों को अलर्ट कर दिया है

वीओ :- ये वो गोण्डा जिले के तरबगंज तहसील के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय केवटाही स्कूल है जो घाघरा के के कहर के चलते नहीं बच सकी विद्यालय की बिल्डिंग को घाघरा ने अपने आगोश में ले लिया है और देखते देखते प्राथमिक विद्यालय की बिल्डिंग नदी में समाती जारी है जिसके चलते विद्यालय में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चों को पढ़ाई पर संकट आ गया है बच्चे अपने घर बैठने को मजबूर स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जब वे विद्यालय बना था तो नदी से लगभग 2 किलोमीटर दूर था और देखते ही देखते पिछले कई सालों में नदी जमीन को काटते हुए विद्यालय तक पहुंच गए और विद्यालय नदी में समा गया जिसमें पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चे अपने घर पर बैठने को मजबूर हैं इसकी सूचना पहले ही जिला प्रशासन को दी थी लेकिन जिला प्रशासन ने इसके लिए कुछ नहीं किया वही आसपास रहने वाले दर्जनों को परिवारों को पलायन करना पड़ा है लोग जीवन यापन के लिए बांधो व ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं और जिला प्रशासन मदद नहीं कर रहा है

बाइट :- रामतेज ( ग्रामीण )
बाइट :- सुरजीत सिंह ( ग्रामीण )Body:अनुराग कुमार सिंह
गोण्डा यूपी 9838658213Conclusion:
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