गाजीपुरः जिले के एमपी एमएलए कोर्ट में चर्चित उसरी चट्टी हत्याकांड में मऊ सदर के पूर्व विधायक और माफिया मुख्तार अंसारी मंगलवार को भी नहीं पेश हुए. हालांकि मुख्तार अंसारी का राइट हैंड माना जाने वाला गवाह अफरोज खान उर्फ चुन्नू पहलवान कोर्ट में पेश हुआ. जिसने उसरी चट्टी कांड के आरोपी बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह और अनिल सिंह को पहचानते हुए घटना की गवाही दी. कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख 23 जनवरी तय की है.
एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्तार अंसारी की बाराबंकी, वाराणसी और रोपण के कोर्ट में भी मंगलवार को वर्चुअल पेशी थी जिसके कारण गाजीपुर की एमपी-एमएलए की अदालत में पेश नही हो सके हैं. उन्होंने बताया कि आज इस मुकदमें के गवाह अफरोज खान 5वें गवाह के तौर पर अपनी बात न्यायालय के सामने रखी. उसने अपनी गवाही में कहा है कि वो बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह और अनिल सिंह को पहले से पहचानता था. उस घटना में उन्हीं लोगों को उसने पहचाना भी है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि अभी तक पांच गवाह इस केस में गुजर चुके हैं और सभी अपने 161 के बयान पर कायम हैं.
वहीं मुख्तार अंसारी के वकील लियाकत अली ने कहा कि बांदा जेल अधीक्षक की तरफ से कोर्ट को जो ई-मेल आया. उसमें कड़ाके की ठंड और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था ना मिलने की वजह से मुख्तार अंसारी को पेश ना कर पाने की बात कही है. वकील लियाकत अली ने इस मुकदमे में मुख्तार अंसारी वादी मुकदमा को भी अहम गवाह बताते हुए कहा कि पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था का निर्देश कोर्ट की तरफ से शासन और जेल प्रशासन के बड़े अधिकारियों को दिया गया है. बावजूद इसके उन्हें पर्याप्त पुलिस सुरक्षा बल नहीं मिल रहे हैं. जिसके कारण मुख्तार अंसारी कोर्ट में गवाही देने के लिए पेश नहीं किए जा रहे हैं.
न्यायालय ने आज फिर से 23 जनवरी की तारीख लगाई है और पुलिस प्रशासन और जेल प्रशासन को निर्देशित किया है कि उन्हें अगली सुनवाई पर फिजिकल तौर पर पेश किया जाए. इस मुकदमे में कुल 45 गवाह पेश होने है. जिसमें से अफरोज खान पांचवे गवाह के तौर पर पेश हुआ.
ये भी पढ़ेंः Allahabad High Court: अब्बास अंसारी के विवादित बयान के मामले में निर्णय सुरक्षित