फर्रुखाबाद: लॉकडाउन के एक महीना से अधिक समय बीत जाने के बाद भी मददगारों के जज्बे में कमी नहीं आई है. कोरोनावायरस के चलते जरूरतमंदों को खाना मुहैया कराने के लिए काफी संख्या में लोग आगे आ रहे हैं. पुलिस विभाग, जिला प्रशासन, समाजसेवी, उद्योगपति समेत कई लोग भूखे रह रहे लोगों को राशन और फूड पैकेट बांटने का काम कर रहे हैं, जबकि कुछ लोगों की ओर से साबुन और मास्क भी बांटे जा रहे हैं.
कोविड-19 के बचाव को बांटे मास्क
कोविड-19 महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए फतेहगढ़ के सिविल लाइंस निवासी कनक बरतरिया ने 100 मास्क बनाकर जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह को दिए. इसके अलावा उन्होंने ठेले वाले, सब्जी विक्रेताओं और अन्य जरूरतमंदों के बीच 200 मास्क बांटे.
समाजसेवी संस्थाएं कर रही भोजन वितरित
जैन समाज संघ की ओर से रोज 500 से अधिक भोजन के पैकेट बनवाकर बांटे जा रहे हैं. इसके अलावा मोहम्दाबाद और कंपिल में भी कम्युनिटी किचन का संचालन किया जा रहा है, जहां दोपहर और रात के खाने में दाल, एक सब्जी, चावल, रोटी और आचार दिया जा रहा है. खास बात यह है कि यहां गरीब, असहाय और जरूरतमदों को कुर्सी में बैठाकर सम्मान से भोजन कराने की व्यवस्था की गई है.
इसके अलावा कई समाजसेवी संस्थाएं अन्य क्षेत्रों में भोजन वितरित कर रही हैं. वहीं जिस कॉलोनी या झुग्गी बस्ती से भोजन की मांग आती है तो संस्था में काम करने वाले को भोजन लेकर उसी बस्ती में भेज दिया जाता है.
प्रशासन की ओर से पुष्टाहार का वितरण
जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक डाॅ.अनिल कुमार मिश्र ने ग्राम शेखपुर में लाभार्थियों को घर-घर जाकर मीठा और नमकीन दलिया, प्रीमिक्स लड्डू के तीन-तीन पैकेट वितरित कर पुष्टाहार वितरण किया. साथ ही आनगबाड़ी वर्कर्स के माध्यम से बाल विकास परियोजना कमालगंज के 272 केंद्र, शमशाबाद के 200, मोहम्मदाबाद के 200 केंद्रों पर घर-घर जाकर पुष्टाहार का वितरण कराया गया. इस दौरान लाॅकडाउन के प्रति लोगों को जागरूक किया गया. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई.
मुख्यमंत्री राहत कोष में दी जा रही धनराशि
सामाजिक कार्यकर्ता डाॅ.अनुपम दुबे ने कलेक्ट्रेट पहुंच 2 लाख एक हजार रुपये की चेक मुख्यमंत्री राहत कोष में दी. इसी तरह अनिल कटियार मैसर्स की ओर से 51 हजार, अमित कटियार 25 हजार समेत कई समाजसेवियों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में चेक दिए. इसी तरह अन्य सरकारी विभाग समेत कई लोग दिल खोलकर मदद को आगे आ रहे हैं.