इटावा: जिले में किसानों ने गेहूं क्रय केंद्र में अपना गेहूं तो बेच दिया, लेकिन अब किसान भुगतान न होने की वजह से लगातार बैंक और खाद्य विभाग के चक्कर लगा रहे हैं. 30 जून को गेहूं की बिक्री तो बंद हो गई, लेकिन एक महीना होने को है और किसानों को अभी तक भुगतान नहीं मिल सका है. इसको लेकर अधिकारी बैंक में खाता वैरिफिकेशन को लेकर हो रही देरी को बता रहे हैं.
गेहूं बिक्री में 62 केंद्रों में 8728 से 40981 मैट्रिक टन गेहूं खरीद की गई. इसमें 43 किसानों का करीब 54 लाख रुपये का भुगतान रूका हुआ है. इसको लेकर किसान परेशान हो रहे हैं और उसे बार-बार बैंक के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं.
खाता में गड़बड़ी की वजह से नहीं हो सका भुगतान
क्षेत्रीय विपणन अधिकारी राजेश सिंह का कहना है कि गेहूं क्रय के बाद हमारी प्राथमिकता यह है कि सभी किसानों का भुगतान समय से हो जाए और अधिकांश का भुगतान हो भी चुका है.
वहीं जो किसान बचे हैं, उनका भुगतान बैंक वैरिफिकेशन की वजह से नहीं हो पाया है, क्योंकि कई के खाते अमान्य बता रहे हैं. किसानों ने जब अपना खाता खुलवाया होगा तो रजिस्ट्रेशन के समय कोई दिक्कत आ गई होगी, जिस वजह से यह समस्या आ रही है. इसे जल्द से जल्द ठीक करके सभी किसानों का भुगतान कराया जाएगा.
करीब 74 करोड़ में बचा सिर्फ 54 लाख
विपणन अधिकारी ने बताया कि इस बार 8728 किसानों से करीब 74 करोड़ का गेहूं की खरीद की गई. इसमें अधिकांश का भुगतान हो चुका है. बाकी अभी 43 किसानों का 54 लाख रुपये का भुगतान ही बाकी है, इसे भी जल्द पूरा कराया जाएगा. बता दें कि इस बार भी विभाग गेंहू क्रय के अपने लक्ष्य का 72 प्रतिशत ही पूरा कर सका है, जबकि कोरोना को देखते हुए शासन ने 15 अप्रैल से शुरू हुई बिक्री में 15 जून की अंतिम तारीख को 30 जून तक बढ़ा दिया. इसके बावजूद भी विभाग लक्ष्य प्राप्ति नहीं कर सका है. इसी के साथ जनपद में 62 केंद्र बनाए गए थे, जिसमें किसानों ने अपने गेहूं की बिक्री की है.