आगरा: एसएनएमसी (सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज) की सुपर स्पेशियलिटी विंग में सोमवार से दिल के मरीजों को कम कीमत पर एडवांस मशीन से एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की सुविधा मिलने लगी है. केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने 200 करोड़ रुपये से बनी आठ मंजिला सुपर स्पेशियलटी विंग में एडवांस कैथ लैब का शुभारंभ किया. भवन की पांचवीं मंजिल पर कैथ लैब है. जहां पर एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, पेसमेकर के साथ हृदय के अन्य रोगों का इलाज होगा. जल्द ही हार्ट की सर्जरी की सुविधा भी मिलने लगेगी.
बता दें कि, एसएन मेडिकल कॉलेज में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना से 2019 में 8 मंजिला सुपर स्पेशियलिटी (एसएस) विंग का काम शुरू हुआ था, जो करीब 200 करोड़ की लागत से 2023 में बनकर तैयार हुई. जिसमें जुलाई 2023 में ओपीडी शुरू की गई थी. इसके साथ ही एसएस विंग की आठ मंजिला बिल्डिंग में हार्ट सर्जरी के लिए मॉड्यूलर ओटी, आईसीयू और कैथ लैब स्थापित हो चुकी है.
मेडिकल काॅलेज में सुविधाओं का चार्ज
- एंजियोप्लास्टी- 6000 रुपये
- एंजियोग्राफी-75 से 80 हजार रुपये
नॉमिनल चार्ज पर बेहतर सुविधा : एसएनएमसी के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि एसएस विंग में 12 करोड़ की कीमत के नीदरलैंड से कैथ लैब के उपकरण मंगाए गए हैं, जो देश की एडवांस मशीन हैं. एसएनएमसी देश का पहला राजकीय मेडिकल कॉलेज है, जिसकी कैथ लैब में ये एडवांस मशीन लगी है. कैथ लैब में हार्ट रोगियों की एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की जाएगी. जो मरीज सरकार की योजना के पात्र हैं. उन्हें ये सुविधा फ्री में मिलेगी. इसके साथ ही यहां पर आने वाले मरीजों की केजीएमयू लखनऊ की तरह ही नॉमिनल चार्ज पर एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की जाएगी. यहां पर आने वाले मरीजों की छह हजार रुपये में एंजियोग्राफी और 75 से 80 हजार रुपये में एंजियोप्लास्टी हो सकेगी. जिससे आगरा और आसपास के जिलों के हार्ट रोगियों को एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी के लिए दूसरे शहर नहीं जाना होगा. आगरा में भी उन्हें दिल का बेहतर उपचार और परामर्श मिल सकेगा.
डबल इंजन की सरकार का पढ़ाई और दवाई पर जोर : कैथ लैब के शुभांरभ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि इस कैथ लैब से आगरा और आसपास के जिले के मरीजों को हार्ट के उपचार के लिए अब दिल्ली, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, जयपुर, लखनउ और कानपुर नहीं जाना पड़ेगा. उन्हें अपने ही शहर में सस्ती दर पर अच्छा और बेहतर उपचार मिलेगा. एसएनएमसी एक पुराना मेडिकल कॉलेज है. जहां पर चिकित्सा की बेहतर सुविधाएं हो रही हैं. इसलिए, लोगों से अपील है कि एसएनएमसी या जिला अस्पताल में दिखाएं. बेहतर इलाज मिलेगा. इसके साथ ही जेब भी ढीली नहीं होगी. योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि देश में मोदी, यूपी में योगी सरकार का पूरा फोकस चिकित्सा और शिक्षा पर है. पीएम मोदी और सीएम योगी का जोर पढ़ाई और दवाई पर है. आगरा में जो सुविधाएं बढ रही हैं, जिससे जल्द ही आगरा मिनी एम्स बन जाएगा.
एक नजर एसएस विंग पर
- 200 करोड़ रुपये की लागत में एसएस विंग बनी.
- 208 बेड की क्षमता वाली आठ मंजिला एसएस विंग.
- 32 बेड आईसीयू के एसएस विंग में निर्धारित हैं.
- 05 पांच ऑपरेशन थिएटर एसएस विंग में बनाए गए.
ओपीडी में पहुंच रहे 60 से 70 मरीज : एसएनएमसी की एसएस विंग में तैनात हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बसंत गुप्ता ने बताया कि एसएस विंग में हार्ट की ओपीडी हर दिन औसतन 60 से 70 मरीज आते हैं. ओपीडी में आने वाले दस मरीज ऐसे होते थे, जिनकी एंजियोग्राफी या एंजियोप्लास्टी करने के साथ ही पेसमेकर लगाने की जरूरत होती है. अब कैथ लैब शुरू होने से उन्हें यहां पर ही एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की सुविधा मिलने लगेगी.