एटा : जिले के अलीगंज तहसील क्षेत्र में विद्युत विभाग की लापरवाही से किसान डर के साये में खेती करने को मजबूर हैं. किसानों के खेतों में खड़ी मक्के की फसल पर से हाईटेंशन लाइन के तार निकल रहे हैं जो इतने ज्यादा नीचे हैं कि मक्के की फसल को छू रहे हैं. कई बार किसानों ने विभाग के अधिकारियों से शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
अलीगंज तहसील क्षेत्र के नगला माली में किसानों के खेतों पर से बिजली की 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन गुजर रही है. दो खंबों के बीच की दूरी ज्यादा होने से बिजली के तार इतने झूल गए हैं कि ये किसानों के खेतों में खड़ी मक्के की फसल को छू रहे हैं. अभी फसल की शुरुआत है. अभी फसल और बढ़ेगी तो इसमें आग लगने की आशंका भी बढ़ जाएगी.
किसानों का कहना है कि हम डर के साये में खेती कर रहे हैं. जान हथेली पर रखकर सिंचाई करते हैं. हर समय डर रहता है कि कहीं करेंट पानी में न उतर आए. बारिश के मौसम में तो यह खतरा काफी बढ़ जाता है. एक किसान अनिल कुमार ने बताया कि खेत की जुताई के समय ट्रैक्टर वाले जुताई करने से मना कर देते हैं. जुताई करते समय ट्रैक्टर की छतरी बिजली के तारों से छूने का डर बना रहता है. इससे ट्रैक्टर की छतरी खोलकर जुताई करनी पड़ती है. इससे कभी-कभी फसलों की बुआई में देरी भी हो जाती है.
ग्रामीण रक्षपाल ने बताया कि एक बार एक बच्चा करेंट की चपेट में आ चुका है. गनीमत रही कि उस समय बिजली चली गई थी नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. ग्रामीणों ने बताया कि कई बार विद्युत विभाग के जेई और एसडीओ से शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं, जब इस बारे में ईटीवी भारत ने बिजली विभाग के एटा जनपद के एक्सईएन ग्रामीण सत्यपाल सिंह से जानकारी ली. उन्होंने कहा कि अगर किसान सक्षम हैं तो पोल की कीमत अदा कर दें. विभाग पोल लगवा देगा. अगर सक्षम नहीं हैं तो भी विभाग द्वारा पोल लगवाने का प्रयास किया जाएगा.
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