चित्रकूट: बेहतर सेवा, बेहतर सुरक्षा, सुखद यात्रा का दम भरने वाली रेलवे प्रशासन के कर्मचारियों लापरवाही की वजह से चित्रकूट के मानिकपुर रेलवे स्टेशन में तबीयत बिगड़ने के दौरान समुदायिक स्वास्थ्य के ले जाते समय विवाहिता की मौत हो गई. मृतका जानकी के पति और भाई दोनों मुंबई में एक फैक्ट्री में कार्यरत थे.
रेलवे प्रशासन की लापरवाही का मामला -
- दो माह पूर्व जानकी चौहान का विवाह राकेश चौहान से हुआ था.
- डेंगू हो जाने से अपने घर जौनपुर के लिए ट्रेन न.- 12167 के S7 में तत्काल रिजर्वेशन करवा कर वापस घर लौट रहे थे.
- जबलपुर मध्य प्रदेश के आसपास अचानक जानकी की तबीयत बिगड़ गई.
- जानकी के भाई पवन चौहान ने ट्रेन के टीटी और ट्रेन की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों से मदद की गुहार लगाई.
- किसी ने उसकी बात को नहीं सुना बल्कि और आगे के स्टेशन में चिकित्सा सुविधा के नाम पर टालते रहे.
मृतका के पति राजेश ने बताया
मेरी पत्नी की तबियत ठीक थी. अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई. ट्रेन में टीटी और ट्रेन की सुरक्षा में लगी पुलिस ने हमारी मदद की होती तो आज मेरी पत्नी जिंदा होती. टीटी द्वारा लगातार यही कहा गया था कि जबलपुर से छिवकी तक चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिलेंगी. रेलवे कर्मचारियों ने हमारी बात नहीं सुनी. वह हमें गुमराह करते रहे. रेलवे की लापरवाही की वजह से मेरी पत्नी की मृत्यु हो गई.
जैसे ही हमें सूचनी मिली हमने मानिकपुर में 108 एम्बुलेंस की व्यवस्था की. वही ट्रेन को भी सिग्नल देकर प्लेटफार्म पर जल्द खड़ी करवा दिया था.
- संजीव कुमार, सहायक स्टेशन मास्टर