बिजनौरः जिले में शुक्रवार को श्रम कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि श्रम व सेवा योजना कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य मौजूद थे. साथ ही कैबिनेट मंत्री ने श्रमिकों की योजना का शिलान्यास किया. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएं लाई हैं. इन योजनाओं के माध्यम से श्रमिकों के बच्चे भी पढ़कर देश में अपना नाम ऊंचा कर सकते है.
श्रमिकों के लिए योजनाएं
शुक्रवार को जिले के इंदिरा बाल भवन में श्रम कार्यक्रम के दौरान पहुंचे कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि श्रमिकों के परिवार के किसी भी सदस्य को गंभीर बीमारी होने पर उसके लिए प्रदेश सरकार कई योजनाएं चला रही है.
चलाई जा रहीं योजनाएं
- प्रदेश सरकार की योजनाओं में श्रमिक की दुर्घटना या उसकी मौत होने पर 5 लाख रुपये की धनराशि दी जा रही है.
- किसी भी श्रमिक के दोनों हाथ पैर टूटने या किसी भी अंग के प्रभावित होने पर प्रदेश सरकार उसे 3 लाख रुपये की सहायता दे रही है.
- मामूली रूप से घायल होने पर या एक हाथ-पैर टूट जाने पर श्रमिक को प्रदेश सरकार द्वारा 2 लाख रुपये दिया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें- आगराः बरहन एक और जैन मंदिर का हुआ शिलान्यास, कुल संख्या हुई तीन
18 मंडलों के हर मंडल में एक आवासीय विद्यालय
कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि देश की आजादी के बाद पहली बार 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी ने राजधानी लखनऊ में अटल आवासी विद्यालय की घोषणा की थी. इस घोषणा में 18 मंडलों के हर मंडल में एक आवासीय विद्यालय बनाए जाएंगे, जो कि नवोदय विद्यालय की तरह संचालित होंगे. इसमें श्रमिक और गरीब के बच्चे निशुल्क पढ़ाई कर सकेंगे. इन स्कूलों में खाने से लेकर सभी सुविधाएं बच्चों को निशुल्क दी जाएंगी.