ETV Bharat / state

बस्ती: बेटे ने पिता को खटिये पर लाया अस्पताल, एम्बुलेंस की देरी की वजह से हुई मौत

जिले में एक बार फिर स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुली. बेटा अपने बीमार पिता को खटिये पर लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुचा. जहां मरीज की हालत को गंभीर देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया. जहां एम्बुलेंस देर से आने की वजह से इलाज के अभाव में बुजुर्ग मरीज की मौत हो गयी.

खटिये पर यूपी का हेल्थ सिस्टम
author img

By

Published : Jul 16, 2019, 2:51 PM IST

बस्ती : हर्रिया थाना क्षेत्र के मुरादपुर गांव में 45 साल के गंगाराम को सीने में दर्द और खून की उल्टी होने की शिकायत हुई. गंगाराम के परिजन 108 एम्बुलेंस को एक घंटे तक फोन करते रहे लेकिन उनकी बात नही हो पाई, इमरजेंसी सेवा 108 नंबर लगातार व्यस्त आ रहा था. हालत खराब होते देख बेटे ने अपने पिता को खटिये पर लाद कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा. वहां डॉक्टर मरीज को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. वहां भी एम्बुलेंस समय से न पहुंचने के कारण मरीज ने दम तोड़ दिया.

खटिये पर यूपी का हेल्थ सिस्टम

वेंटिलेटर पर हेल्थ सिस्टम -

  • 45 साल के गंगाराम को सीने में दर्द और खून की उल्टी होने लगी.
  • गंगाराम के परिजन 108 एम्बुलेंस को एक घंटे तक फोन करते रहे.
  • लगातार इमरजेंसी सेवा 108 नंबर व्यस्त बताता रहा.
  • हालत खराब होते देख पिता को खटिये पर लाद कर 6 किलोमीटर पैदल हर्रिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहंचे.
  • गंगाराम की हालत को देखते हुए डॉक्टर ने मरीज को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया.
  • वहां मौजूद डॉक्टर ने खुद 108 एम्बुलेंस को फोन कर मरीज को ले जाने को कहा.
  • अस्पताल पर एम्बुलेंस न होने के कारण दूसरे अस्पताल से 108 एम्बुलेंस को आने में देर हो गयी.
  • एम्बुलेंस के इंतजार में ही गंगाराम ने दम तोड़ दिया.

बस्ती : हर्रिया थाना क्षेत्र के मुरादपुर गांव में 45 साल के गंगाराम को सीने में दर्द और खून की उल्टी होने की शिकायत हुई. गंगाराम के परिजन 108 एम्बुलेंस को एक घंटे तक फोन करते रहे लेकिन उनकी बात नही हो पाई, इमरजेंसी सेवा 108 नंबर लगातार व्यस्त आ रहा था. हालत खराब होते देख बेटे ने अपने पिता को खटिये पर लाद कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा. वहां डॉक्टर मरीज को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. वहां भी एम्बुलेंस समय से न पहुंचने के कारण मरीज ने दम तोड़ दिया.

खटिये पर यूपी का हेल्थ सिस्टम

वेंटिलेटर पर हेल्थ सिस्टम -

  • 45 साल के गंगाराम को सीने में दर्द और खून की उल्टी होने लगी.
  • गंगाराम के परिजन 108 एम्बुलेंस को एक घंटे तक फोन करते रहे.
  • लगातार इमरजेंसी सेवा 108 नंबर व्यस्त बताता रहा.
  • हालत खराब होते देख पिता को खटिये पर लाद कर 6 किलोमीटर पैदल हर्रिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहंचे.
  • गंगाराम की हालत को देखते हुए डॉक्टर ने मरीज को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया.
  • वहां मौजूद डॉक्टर ने खुद 108 एम्बुलेंस को फोन कर मरीज को ले जाने को कहा.
  • अस्पताल पर एम्बुलेंस न होने के कारण दूसरे अस्पताल से 108 एम्बुलेंस को आने में देर हो गयी.
  • एम्बुलेंस के इंतजार में ही गंगाराम ने दम तोड़ दिया.
Intro:रिपोर्ट- सतीश श्रीवास्तव
बस्ती यूपी
मो- 9889557333

स्लग- खटिये पर यूपी का हेल्थ सिस्टम

एंकर- बस्ती जिले में 10 दिन के अंदर स्वास्थ्य सेवाओं की एक बार फिर से पोल खुल गयी है, कुछ दिन पहले एक बेटा अपने पिता को ठेले पर लेकर अस्पताल पहुचा था तो आज एक बेटा अपने पिता को खटिये पर लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुचा, डॉक्टरों ने मरीज की हालत को गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया और 108 एम्बुलेंस को आने में एक घंटा बीत गया जिस वजह से इलाज के अभाव में बुजुर्ग मरीज की मौत हो गयी, 

दरअसल यह मामला हर्रिया थाना क्षेत्र के मुरादपुर गांव का है जहां भोर में 45 साल के गंगाराम को सीने में दर्द और खून की उल्टी होने लगी, गंगाराम के परिजन 108 एम्बुलेंस को एक घंटे तक फ़ोन करते रहे लेकिन उनकी बात नही हो पाई, लगातार फ़ोन करने के बाद भी इमरजेंसी सेवा 108 नंबर व्यस्त बताता रहा, अंत मे अपने पिता की जान बचाने के लिए बेटे अपने पिता को खटिये पर लाद कर हर्रिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए निकल पड़े, 6 किलोमीटर पैदल चलने के बाद अस्पताल पहुचे तो वहां मौजूद डॉक्टर ने प्राइमरी इलाज शुरू किया, कुछ देर बाद भी जब गंगाराम की हालत में कोई सुधार नही हुआ तो डॉक्टर मरीज को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिए, वहां मौजूद डॉक्टर खुद 108 एम्बुलेंस को फ़ोन कर मरीज को ले जाने को कहा लेकिन अस्पताल पर एम्बुलेंस न होने के कारण दुसरे अस्पताल से 108 एम्बुलेंस को आने में एक घंटे का वक़्त बीत गया और इसी इन्तेज़ारी में गंगाराम ने दम तोड़ दिया, मौत के गंगाराम के परिजन दोबारा अपने पिता को उसी खटिये पर लादकर रोते बिलखते घर को चले गए, 


Body:अब इस घटना को देखकर यूपी के स्वास्थ्य मंत्री की शायद ही संवेदना जागे, क्यों कि पत्रकार के ऐसे सवालों को मंत्री जी हल्के में लेते हुए बोलते है कहि भी स्वस्थ्य सेवा खराब नही है और न ही कही कोई मरीज ठेला या रिक्सा से अस्पताल आता है, एम्बुलेंस की सेवा मरीजो के लिए हर वक़्त उपलब्ध है, मंत्री जी अब आप हमारी इस रिपोर्ट को जरूर देखिए, आपकी आंखें खुल जाएगी कि आपका हेल्थ सिस्टम किस तरह वेंटिलेटर पर चल रहा है, गरीब मरीज की जान की कीमत को आप नही समझ सकते क्यों की आपको इस गरीबो का दर्द नही पता,




Conclusion:
न जाने गंगाराम जैसे कितने ही मरीज हर रोज इलाज के अभाव में दम तोड़ देते है, या फिर सरकार की सुविधाएं उनके लिए बेमानी होती है, अगर योगी सरकार में भी यूपी का हेल्थ सिस्टम नही सुधर सका तो ऐसे निजाम का क्या काम?

बाइट- गंगाराम के परिजन
बाइट- परिजन
बाइट- डॉक्टर अभय सिंह.......सीएचसी हर्रिया प्रभारी
बाइट- सिद्धार्थ नाथ सिंह......हेल्थ मंत्री


बस्ती यूपी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.