बरेली: कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने और बचाव के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लाॅकडाउन घोषित किया गया है. वहीं प्रदेश में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन की ओर से जिले को तीन चरणों को बांटकर स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारी की गई है. इसके अलावा लाॅकडाउन के कारण दिहाड़ी मजदूरों और जरूरतमंदों को खाने की परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से खाद्य सामग्री और अनाज का वितरण किया जा रहा है.
पहले चरण में जिला अस्पताल और सीएचसी को किया गया शामिल
जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि तीन चरणों की स्वास्थ्य व्यवस्था के तहत पहले चरण में जिला अस्पताल और बिथरी चैनपुर की सीएचसी को तैयार किया गया है, जिसके तहत जिला अस्पताल में 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. उसके बाद के मरीज के लिए चैनपुर की सीएचसी में पूरी तैयारी की गई है. वहीं दूसरे चरण में जो चिकित्सक मरीजों का इलाज करेंगे, उनको क्वारंटाइन करने के लिए होटल भी अधिग्रहित किया गया है. उन्होंने बताया कि तीसरे चरण में 300 बेड का नया अस्पताल भी आइसोलेशन वार्ड के रूप में तब्दील किया गया है और जिले में कुल 540 आइसोलेशन बेड का इंतजाम किया गया है. साथ ही एन-95 मास्क और पीपीई किट भी उपलब्ध करा दी गई है.
25 लाख यूनिट किया जा चुका है अनाज का वितरण
लाॅकडाउन में सारा काम ठप है. ऐसे में दिहाड़ मजदूरों और जरूरतमंदों को प्रशासन की ओर से अनाज का वितरण किया जा रहा है. जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में 7 लाख के करीब राशन कार्ड में 31 लाख यूनिट पर राशन का वितरण होना है, जिनमें से अभी तक करीब 5 लाख से अधिक कार्ड पर 25 लाख यूनिट अनाज का वितरण किया जा चुका है. वहीं उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति का राशन कार्ड नहीं बना है तो उसको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है. उसे भी अनाज का वितरण किया जाएगा.