बरेली: एक ऐसा सख्स जो की रातों रात हीरो बन गया हैं, जिसकी मेहनत और कठिन परिश्रम और काम के प्रति उसके निष्ठा को देखकर परेशानियां भी हार मान गई. जो व्यक्ति अपने कठिन समय में जमीन पर सोया, कड़ी धूप में पैदल चला, भूखा रहा पर हार नहीं मानी वह अपनी पहली भोजपुरी फिल्म गुंडा से अपनी सफलता की कहानी लिख दिया है. भोजपुरी कलाकार विनोद यादव के इस सफलता से बरेली का नाम और भी रौशन हो गया है.
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रंग लाई कड़ी मेहनत
भोजपुरी कलाकार विनोद यादव बरेली के फिल्म सिटी से पुराना इतिहास है. उन्होंने पीवीआर सिनेमा में पहली बार किसी भोजपुरी फिल्म को स्थान दिए जाने पर दिल से धन्यवाद कहा. उन्होंने कहा कि मैं एक आम आदमी की तरह रहता था. मैंने सोचा कि जीवन मे कुछ बड़ा और अलग किया जाए तो मैंने सिनेमा में जाने का निर्णय लिया.
इस सफलता का श्रेय अपनी मेहनत और अपनी मजबूरी को देते हैं क्योंकि अगर वे मजबूर न होते तो शायद आज इतने सफल भी न हो पाते. फिल्म गुंडा की सफलता के बाद विनोद यादव को 7 फिल्मे मिली है. विनोद यादव फिल्म निर्माता सिकंदर खान को अपना आईडल मानते है और इस फिल्म में जानी-मानी भोजपुरी अभिनेत्री अंजना सिंह ने उनकी प्रेमिका का रोल किया है.