कानपुर: इन दिनों जिस तरह के अपराधिक मामले सामने आ रहे हैं. जिसमें सर्वाधिक संख्या साइबर अपराधों की है. कानपुर पुलिस ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है जो 'जामताड़ा' वेबसीरीज की तरह लोगों की ठगी कर रहे थे. इस गैंग के चार आरोपियों को डीसीपी पूर्वी की टीम ने कानपुर के पास ही दबोचा है.
डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने बताया कि चकेरी थाना पुलिस ने मुकेश कुशवाहा, मदनलाल, सदन सिंह और ब्रह्मा को गिरफ्तार किया गया है. ये लोग कानपुर समेत कई जिले के लोगों को केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी देने के बाद उन्हें गुमराह करते थे और उनसे मोटी रकम अपने खातों में मंगा लेते थे. इसके साथ ही खातों को भी फर्जी सिम कार्ड और फर्जी बैंक अकाउंट खोलकर ही मेंटेन किया जाता था.
कई राज्यों में नेटवर्क: डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने बताया कि कानपुर के समीप भीमसेन के गांव आरोपियों को साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों में एक आरोपी, पोस्ट ऑफिस से भी जुड़ा था. जो भी फर्जी सिम कार्ड के बाद एटीएम आते थे, उन्हें लोकल डाकिया की मदद से अपने घर पर मंगवा लेता था. डाकखाना में बाकायदा इन आरोपियों ने अपने पते भी दर्ज कराए थे. डीसीपी पूर्वी ने बताया कि भीमसेन स्थित डाकघर की भी जांच कराई जाएगी. उन्होंने बताया कि जो आरोपी पकड़े गए हैं, इनका कई राज्यों में नेटवर्क है.
सुबह से लेकर शाम तक खेतों में रहकर करते थे कॉल: डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने बताया कि चकेरी थाना पुलिस टीम ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो सामने आया कि सभी भीमसेन में ही दो-तीन गांव में अपना नेटवर्क फैलाए हुए थे. सुबह से ही आरोपी खेतों में चले जाते थे और सुनसान स्थान पर बैठकर लोगों को कॉल करते थे. अधिकतर इन लोगों ने सीरीज वाले नंबरों पर ही कॉल की थी. अगर 10 में से कोई एक आदमी भी इनसे बातचीत में फंस जाता था तो उससे यह मोटी रकम अपने खातों में मंगा लेते थे. डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने बताया कॉल करने वाले से लेकर गिरोह में शामिल सभी आरोपियों का हर मोटी रकम में हिस्सा भी तय रहता था.