श्रीनगर: कश्मीर घाटी में सदी की सबसे कठोर ठंडी पड़ रही है. न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है और पूरी घाटी को कड़ाके की ठंड में जकड़ लिया है. ठंड के कारण श्रीनगर शहर में डल झील जम गई है. दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में न्यूनतम तापमान माइनस 8.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सबसे ठंडी रात रही. वहीं श्रीनगर में माइनस 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो शनिवार के माइनस 8 डिग्री से थोड़ा बेहतर है.
गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग, कोकरनाग और अन्य पर्यटन स्थलों पर तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, अगले दो दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 1-2 डिग्री सेल्सियस की मामूली वृद्धि होने की उम्मीद है और उसके बाद 26 दिसंबर तक 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है. विभाग का कहना है कि अलग-अलग स्थानों पर शीतलहर जारी रहेगी.
जम्मू क्षेत्र में तापमान कश्मीर घाटी से बेहतर रहा. जम्मू शहर में 6.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जबकि कटरा में 7.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. लद्दाख के लेह और करगिल जिलों में क्रमशः माइनस 7.4 डिग्री सेल्सियस और माइनस 8.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
पानी की आपूर्ति बाधित
कंपकंपाती ठंड के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है और ठंड से बचने के लिए लोग घरों में ही रह रहे हैं. जलाशयों के जमने से पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है. सरकार के स्वास्थ्य और परिवहन विभागों ने लोगों को घरों के अंदर रहने और वाहनों में अनावश्यक आवाजाही से बचने की सलाह जारी की है.
मौसम विभाग के मुताबिक, 30 दिसंबर तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा यानी कठोर ठंडी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. मौसम विभाग ने 27 और 28 दिसंबर के बीच जम्मू के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश और जम्मू संभाग में चिनाब घाटी और पीरपंजाल रेंज के ऊंचे इलाकों में हल्की बर्फबारी के साथ बादल छाए रहने का अनुमान लगाया है.
बयान में कहा गया है, "ताजा बर्फबारी, शून्य से नीचे तापमान और प्रमुख दर्रों और ऊंचाई वाले इलाकों की सड़कों पर बर्फीली हवाओं को देखते हुए, यात्रियों को प्रशासन और यातायात विभाग द्वारा जारी अलर्ट का पालन करने की सलाह दी जाती है."
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