बांदा: जिले में 2 दिन पहले एक वृद्ध की मौत के बाद उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अब हड़कम्प मच गया है. कारण यह है कि वृद्ध की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोग शामिल हुए थे. अंतिम संस्कार में शामिल हुए लोगों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. वहीं जिले में कोरोना के आंकड़े अब भयावह होते जा रहे हैं. रोजाना दर्जनों की संख्या में मिल रहे कोरोना के मरीज चिंता की लकीरें पैदा कर रहे हैं. कारण यह है कि जहां पिछले हफ्ते बुधवार को जिले में कोरोना के सिर्फ 88 मरीज ही थे और किसी की मौत कोरोना से नहीं हुई थी. वहीं एक हफ्ते के अंदर जिले में कोरोना से 2 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़कर 192 पहुंच गई है.
बता दें कि देहात कोतवाली क्षेत्र के जमालपुर गांव के रहने वाले एक वृद्ध की तबियत खराब होने पर उसके परिजन उसे रविवार को अस्पताल लेकर गए. जहां पर उसका कोरोना सैम्पल लिया गया. लेकिन उसकी हालत ज्यादा खराब होने पर उसे कानपुर रेफर किया गया. जहां रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. अगले दिन सोमवार को उसके परिजनों ने बिना कोरोना जांच की रिपोर्ट का इंतजार किए उसका अंतिम संस्कार कर दिया. मंगलवार देर रात आई रिपोर्ट में उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. अब वृद्ध के अंतिम संस्कार में शामिल हुए लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है. मंगलवार की रात आई रिपोर्ट में कोरोना के 11 मरीज और मिलने के बाद जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 192 हो गई है. इनमें से 131 एक्टिव केस हैं. वहीं अब तक कोरोना से 2 लोगों की मौत हो चुकी है.
जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल ने बताया कि जिले में तेजी से फैल रहा कोरोना चिंता का विषय है. अब तक जो एक्टिव केस पाए गए हैं, हम उनकी स्क्रीनिंग कराकर उनकी ट्रैवल हिस्ट्री निकलवा रहे हैं और जो भी लोग उनकी सम्पर्क में आये हैं सबकी जांच कराई जा रही है. इसके अलावा जिस देहात कोतवाली के जमालपुर गांव में जिस वृद्ध की मौत हुई थी उसके गांव को पूरी तरह से सील किया गया है. इसके अलावा अन्य जगहों पर बनाये गए हॉटस्पॉट इलाकों में भी तैनात पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं. हमारी लोगों से अपील है कि कोरोना से बचाव को लेकर जो भी गाइडलाइन हैं, उनका हर कोई अनिवार्य रूप से पालन करें.