बलरामपुर : ग्रामीण विकास के लिए तरसते रहे, लेकिन न किसी जनप्रतिनिधि को आना था और न आए. रमवापुर ग्रिन्ट से तकरीबन तीन किलोमीटर दूर स्थित चोरघटा ग्रामसभा की सबसे मूल समस्या है यहां पर पिछले 5 सालों से बन रहे पुल का अधूरा होना. इसके अतिरिक्त इस गांव की कुछ अन्य समस्याएं भी हैं.
- इस पुल को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है इस पर उनका कहना है कि पिछले 5 सालों से पुल बन रहा है, लेकिन जस का तस अधूरा पड़ा हुआ है.
- इस पुल के ना बनने के कारण कई लोग चोटिल हो चुके हैं.
- यहां पर अगर कोई मेडिकल इमरजेंसी हो जाती है तो डुमरियागंज या सादुल्लाह नगर जाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
- स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहद कमी है. इस वजह से कभी समय पर यदि कोई अस्पताल नहीं पहुंच पाता तो वह मर भी जाता है.
पिछले 5 सालों में हमारी सुध लेने के लिए ना तो कोई नेता आया और ना ही सांसद, विधायक. यहां के सांसद और विधायक जैसे हमसे वोट लेकर हमें भूल से ही गए हैं. तमाम सुविधाओं के बीच हम आज भी अपने जीवन यापन को मजबूर है. इसके साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, पानी से जुड़ी समस्याएं भी अहम है.
रामदास स्थानीय निवासी