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बलिया: नोटबंदी की तीसरी वर्षगांठ पर पकौड़े तल कर विद्यार्थी संगठन ने जताया विरोध

नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर उत्तर प्रदेश के बलिया में छात्रों ने पकौड़ा तल कर विरोध प्रदर्शन किया. एनएसयूआई के छात्रों ने मोदी सरकार के इस फैसले का विरोध कर लोगों को पकौड़े बेचें.

विरोध करते छात्र
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Published : Nov 9, 2019, 5:08 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:24 PM IST

बलिया: मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के ऐतिहासिक नोटबंदी के फैसले को आज 3 साल पूरे हो गए. जिले में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के सदस्यों ने अनोखे रूप में मोदी सरकार के इस फैसले का विरोध जताया. संगठन के सदस्यों ने पकौड़े तल कर आम लोगों को बेंचा.

नोटबंदी का विरोध करते छात्र.
नोटबंदी के बाद से ही देश की राजनीतिक पार्टियां मोदी सरकार के इस फैसले का विरोध करती रही हैं. देखते ही देखते सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले को तीन साल हो गए. विपक्षी पार्टियों ने नोटबंदी से देश में आर्थिक तंगी जैसे हालात पैदा करने का आरोप भी भाजपा सरकार पर लगाया. जिले के बालेश्वर मंदिर के पास एनएसयूआई के सदस्यों ने ठेले पर पकोड़े तले और आम लोगों को बेच कर सरकार के इस फैसले का विरोध जताया. विरोध करने वाले सदस्यों ने हाथों में आर्थिक मंदी और बढ़ते बेरोजगारी के स्लोगन लिखे पोस्टर भी लिए हुए थे.

इसे भी पढ़ें - 8 दिन, 4 फैसले, बदल जाएगी भारत की तस्वीर

8 नवंबर 2016 को मोदी सरकार द्वारा लिया गया नोटबंदी का फैसला बिल्कुल गलत रहा. इस फैसले से देश में आर्थिक मंदी चरम सीमा पर पहुंच गई है. देश में रोजगार के अवसर ना के बराबर है, पढ़े-लिखे नौजवान, डिप्लोमा धारी स्नातक बेरोजगार घूम रहे हैं. सरकार के इस फैसले के विरोध में आज हम लोगों ने प्रतीकात्मक रूप में विरोध दर्ज करते हुए पकौड़ा बेचकर अपनी नाराजगी जाहिर की.
- हर्षित दुबे, जिलाध्यक्ष एनएसयूआई

बलिया: मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के ऐतिहासिक नोटबंदी के फैसले को आज 3 साल पूरे हो गए. जिले में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के सदस्यों ने अनोखे रूप में मोदी सरकार के इस फैसले का विरोध जताया. संगठन के सदस्यों ने पकौड़े तल कर आम लोगों को बेंचा.

नोटबंदी का विरोध करते छात्र.
नोटबंदी के बाद से ही देश की राजनीतिक पार्टियां मोदी सरकार के इस फैसले का विरोध करती रही हैं. देखते ही देखते सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले को तीन साल हो गए. विपक्षी पार्टियों ने नोटबंदी से देश में आर्थिक तंगी जैसे हालात पैदा करने का आरोप भी भाजपा सरकार पर लगाया. जिले के बालेश्वर मंदिर के पास एनएसयूआई के सदस्यों ने ठेले पर पकोड़े तले और आम लोगों को बेच कर सरकार के इस फैसले का विरोध जताया. विरोध करने वाले सदस्यों ने हाथों में आर्थिक मंदी और बढ़ते बेरोजगारी के स्लोगन लिखे पोस्टर भी लिए हुए थे.

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8 नवंबर 2016 को मोदी सरकार द्वारा लिया गया नोटबंदी का फैसला बिल्कुल गलत रहा. इस फैसले से देश में आर्थिक मंदी चरम सीमा पर पहुंच गई है. देश में रोजगार के अवसर ना के बराबर है, पढ़े-लिखे नौजवान, डिप्लोमा धारी स्नातक बेरोजगार घूम रहे हैं. सरकार के इस फैसले के विरोध में आज हम लोगों ने प्रतीकात्मक रूप में विरोध दर्ज करते हुए पकौड़ा बेचकर अपनी नाराजगी जाहिर की.
- हर्षित दुबे, जिलाध्यक्ष एनएसयूआई

Intro:मोदी सरकार के पहले कार्यकाल का ऐतिहासिक नोट बंदी के फैसले को आज 3 साल पूरे हो गए बलिया में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के सदस्यों ने अनोखे रूप में मोदी सरकार के इस फैसले का विरोध जताया संगठन के सदस्यों ने पकौड़े तल कर आम लोगों को बेचा


Body:नोटबंदी के बाद से ही देश की राजनीतिक पार्टियां मोदी सरकार के इस फैसले का विरोध करती रही है देखते ही देखते 3 साल सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले को हो गए बावजूद इसके लोगों का विरोध कम नहीं हुआ विपक्षी पार्टियों ने नोटबंदी से देश में आर्थिक तंगी जैसे हालात पैदा करने का आरोप भी भाजपा सरकार पर लगाया


बलिया शहर के बालेश्वर मंदिर के पास एनएसयूआई के सदस्यों ने ठेले पर पकोड़े तले और आम लोगों को बेच कर सरकार के इस फैसले का विरोध जताया विरोध करने वाले सदस्यों ने हाथों में आर्थिक मंदी और बढ़ते बेरोजगारी के स्लोगन लिखे पोस्टर भी लिए हुए थे


Conclusion:एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष हर्षित दुबे ने बताया कि 8 नवंबर 2016 को मोदी सरकार द्वारा लिया गया नोटबंदी का फैसला बिल्कुल गलत रहा इस फैसले से देश में आर्थिक मंदी चरम सीमा पर पहुंच गई है देश में रोजगार के अवसर ना के बराबर है पढ़े लिखे नौजवान डिप्लोमा धारी स्नातक बेरोजगार घूम रहे हैं उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कहते हैं कि युवाओं के पास योग्यता नहीं है इसलिए वे नौकरी नहीं पा रहे ऐसे में हर्षित दुबे ने कहा कि यदि योग्यता नहीं है तो यह डिग्री कैसे उन्होंने पाई है सरकार इस फैसले के विरोध में आज हम लोगों ने प्रतीकात्मक रूप में विरोध दर्ज करते हुए पकड़ा बेचकर अपनी नाराजगी जाहिर की

बाइट--हर्षित दुबे----जिलाध्यक्ष, एनएसयूआई

प्रशान्त बनर्जी
बलिया
9455785050
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:24 PM IST
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