बागपत: आरएलडी पार्टी के नेता जयंत चौधरी ने रविवार को बागपत पहुंच कर गांव शक्ति की रैली का आयोजन किया. यह रैली लोकसभा चुनाव के लिए शंखनाद माना जा रहा है. उन्होंने रैली में एलान किया कि वह स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि बागपत से इस बार लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. इसके साथ ही उन्होंने अपने पिता अजीत सिंह की सीट के बारे में भी हैरान कर दिया कि वह मुजफ्फरनगर से चुनाव लड़ेंगे.
पार्टी के नेता और पार्टी के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने रविवार को बागपत के लोहारी इंटर कॉलेज में आयोजित गांव शक्ति सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की मूर्ति का अनावरण करते हुए उन्होंने सम्मेलन की शुरुआत. पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके चित्र पुष्प अर्पित किए.
आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने कहा कि वह इस बार अपने दादा की कर्मभूमि बागपत से 2019 लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. वहीं उनके पिता चौधरी अजीत सिंह मुजफ्फरनगर सीट से लड़ेंगे. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 5 सालों में मौजूदा सरकार ने कोई भी काम नहीं किया है. किसान कर्ज के कारण आत्महत्या कर रहा है. गन्ना किसानों का भुगतान नहीं हो रहा है.
जयंत चौधरी ने कहा कि सरकार पाकिस्तान और चीन पर कुछ भी बोलने से बच रही है. चीन से हिंदुस्तानियों को अब तक नौ लाख करोड़ का नुकसान हुआ है और सरकार दिवाली के वक्त कहती है कि चीन के पटाखे मत जलाओ. चौधरी ने कहा शहीदों की शहादत व्यर्थ नहीं जानी चाहिए. सरकार को आतंकियों के खिलाफ कठोर कदम उठाना चाहिए नहीं तो आने वाले समय में जनता सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी. उन्होंने गठबंधन पर बोलते हुए कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन इस तरह पूरी असरदार साबित होगा. गठबंधन के सामने कोई भी नहीं आ पाएगा.
आरएलडी को साल 2014 में लोकसभा चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनाव से अब तक वजूद की लड़ाई लड़नी पड़ रही है. कैराना उपचुनाव में जाट और मुस्लिम प्रत्याशी पर शिफ्ट करा कर आरएलडी उपाध्यक्ष जैन चौधरी सपा अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव के साथ समन्वय बनाने में कायम रहे हैं. वहीं जयंत चौधरी एक ऐसे नेता हैं जो मुस्लिम और जाट और दलित वोटों को आरएलडी के खाते में शिफ्ट करा सकते हैं.