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बदायूं: लापरवाही पर मेडिकल कॉलेज से 3 स्टाफ नर्स बर्खास्त, इस वजह से हुई कार्रवाई

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Published : May 18, 2019, 5:57 PM IST

मेडिकल कॉलेज में एक्सपायरी इंजेक्शन लगाने के मामले में तीन स्टाफ नर्स को बर्खास्त कर दिया गया है. मामला 2 महीने पहले का है, जब कासिम नाम का युवक पेट में दर्द की शिकायत को लेकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुआ.

बदायूं मेडिकल कॉलेज से 3 स्टाफ नर्स बर्खास्त.

बदायूं: मेडिकल कॉलेज में एक्सपायरी इंजेक्शन लगाने के मामले में तीन स्टाफ नर्स को बर्खास्त कर दिया गया है. मामला दो महीने पहले का है, जब ककराला का रहने वाला कासिम पेट के दर्द को लेकर भर्ती हुआ था. उसको एक इंजेक्शन लगाया गया. इंजेक्शन लगने के बाद कासिम की तबियत बिगड़ने लगी. जब कासिम ने इंजेक्शन की डेट देखी, तो पता चला इंजेक्शन एक्सपायरी डेट का था.

बदायूं मेडिकल कॉलेज से 3 स्टाफ नर्स बर्खास्त.

कासिम ने मामले की शिकायत संबंधित अधिकारियों से की, लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. उसके बाद प्राचार्य आर पी सिंह ने एक टीम गठित की थी. वहीं बर्खास्त स्टफ नर्स का कहना था कि दोषी डॉक्टर से जांच कराई गई, इसलिए उन्होंने अपने आप को बचाते हुए हम लोगों को फंसा दिया है.

क्या है पूरा मामला-

  • बदायूं मेडिकल कॉलेज की तीन स्टाफ नर्स बर्खास्त.
  • दो महीने पहले मरीज के लगाया था एक्सपायरी इंजेक्शन
  • कासिम नाम के युवक मेडिकल प्रशासन से की थी शिकायत, कोई नहीं हुई कार्रवाई.
  • ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था.
  • खबर देखने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन हरकत में आया.
  • प्राचार्य डॉ. आर पी सिंह ने जांच कमेटी गठित कर दिए थे कार्रवाई के आदेश.

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर आर पी सिंह का कहना है. जांच के बाद तीनों शिफ्ट के स्टाफ नर्स को बर्खास्त कर दिया गया है. जांच में जो लोग दोषी पाए गए हैं उन्हीं पर कार्रवाई की गई है. बर्खास्त स्टाफ नर्स के आरोप निराधार हैं.

-प्राचार्य डॉक्टर आर पी सिंह

बदायूं: मेडिकल कॉलेज में एक्सपायरी इंजेक्शन लगाने के मामले में तीन स्टाफ नर्स को बर्खास्त कर दिया गया है. मामला दो महीने पहले का है, जब ककराला का रहने वाला कासिम पेट के दर्द को लेकर भर्ती हुआ था. उसको एक इंजेक्शन लगाया गया. इंजेक्शन लगने के बाद कासिम की तबियत बिगड़ने लगी. जब कासिम ने इंजेक्शन की डेट देखी, तो पता चला इंजेक्शन एक्सपायरी डेट का था.

बदायूं मेडिकल कॉलेज से 3 स्टाफ नर्स बर्खास्त.

कासिम ने मामले की शिकायत संबंधित अधिकारियों से की, लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. उसके बाद प्राचार्य आर पी सिंह ने एक टीम गठित की थी. वहीं बर्खास्त स्टफ नर्स का कहना था कि दोषी डॉक्टर से जांच कराई गई, इसलिए उन्होंने अपने आप को बचाते हुए हम लोगों को फंसा दिया है.

क्या है पूरा मामला-

  • बदायूं मेडिकल कॉलेज की तीन स्टाफ नर्स बर्खास्त.
  • दो महीने पहले मरीज के लगाया था एक्सपायरी इंजेक्शन
  • कासिम नाम के युवक मेडिकल प्रशासन से की थी शिकायत, कोई नहीं हुई कार्रवाई.
  • ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था.
  • खबर देखने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन हरकत में आया.
  • प्राचार्य डॉ. आर पी सिंह ने जांच कमेटी गठित कर दिए थे कार्रवाई के आदेश.

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर आर पी सिंह का कहना है. जांच के बाद तीनों शिफ्ट के स्टाफ नर्स को बर्खास्त कर दिया गया है. जांच में जो लोग दोषी पाए गए हैं उन्हीं पर कार्रवाई की गई है. बर्खास्त स्टाफ नर्स के आरोप निराधार हैं.

-प्राचार्य डॉक्टर आर पी सिंह

Intro:(नोट-मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य छुट्टी पर थे इसलिए उनका ऑडियो मेल कर रहा हु ...फोन से बात की है )

बदायूँ में करीब 2 महीने पहले कासिम नाम के मरीज को एक्सपायरी इंजेक्शन लगाया गया था ...जिसमे मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने एक टीम गठित की थी ...रिपोर्ट के बाद 3 नर्स की सेवा खत्म कर दी गयी है ...क्या है पूरा मामला देखिये ये रिपोर्ट....


Body:बदायूँ के ककराला के रहने वाला कासिम 2 महीने मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुआ था...वो पेट दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में आया था ...अस्पताल में उसे भर्ती कर दिया गया ...जिसके बाद उसको एक इंजेक्शन बाहर लगाया गया था ...जिसके बाद उसकी तबियत खराब होने लगी जिसके बाद कासिम ने इंजेक्शन के डेट देखी तो उसने पाया कि इंजेक्शन एक्सपायरी डेट का है ...जिसकी शिकायत उसने डॉक्टरों से की थी लेकिन किसी ने उसकी बाद बात ध्यान नही दिया ...ये खबर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से चलाई थी जिसके बाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर आर पी सिंह ने एक टीम गठित की और जांच के आदेश दिए थे ...और अब जांच होने पर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए 3 नर्सो के सेवा समाप्त कर दी गयी है ....


Conclusion:बर्ख़ास्त स्टफ नर्स का कहना था कि दोषी डॉक्टर से जांच कराई गई ...इसलिए उन्होंने अपने आप को बचाते हुए हम लोगो को फसा दिया है ...वही मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य आर पी सिंह का कहना है जांच के बाद तीनों शिफ्ट के स्टाफ नर्स को बर्खास्त कर दिया गया है ...वही कि स्टफ नर्स के आरोपो पर उनका कहना था कि ये बात पूरी तरह गलत है ...जांच में जो लोग दोषी है उन्ही पर कार्यवाही की गई है
(क्रांतिवीर सिंह, 7011197408)
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