बदायूं: मेडिकल कॉलेज में एक्सपायरी इंजेक्शन लगाने के मामले में तीन स्टाफ नर्स को बर्खास्त कर दिया गया है. मामला दो महीने पहले का है, जब ककराला का रहने वाला कासिम पेट के दर्द को लेकर भर्ती हुआ था. उसको एक इंजेक्शन लगाया गया. इंजेक्शन लगने के बाद कासिम की तबियत बिगड़ने लगी. जब कासिम ने इंजेक्शन की डेट देखी, तो पता चला इंजेक्शन एक्सपायरी डेट का था.
कासिम ने मामले की शिकायत संबंधित अधिकारियों से की, लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. उसके बाद प्राचार्य आर पी सिंह ने एक टीम गठित की थी. वहीं बर्खास्त स्टफ नर्स का कहना था कि दोषी डॉक्टर से जांच कराई गई, इसलिए उन्होंने अपने आप को बचाते हुए हम लोगों को फंसा दिया है.
क्या है पूरा मामला-
- बदायूं मेडिकल कॉलेज की तीन स्टाफ नर्स बर्खास्त.
- दो महीने पहले मरीज के लगाया था एक्सपायरी इंजेक्शन
- कासिम नाम के युवक मेडिकल प्रशासन से की थी शिकायत, कोई नहीं हुई कार्रवाई.
- ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था.
- खबर देखने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन हरकत में आया.
- प्राचार्य डॉ. आर पी सिंह ने जांच कमेटी गठित कर दिए थे कार्रवाई के आदेश.
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर आर पी सिंह का कहना है. जांच के बाद तीनों शिफ्ट के स्टाफ नर्स को बर्खास्त कर दिया गया है. जांच में जो लोग दोषी पाए गए हैं उन्हीं पर कार्रवाई की गई है. बर्खास्त स्टाफ नर्स के आरोप निराधार हैं.
-प्राचार्य डॉक्टर आर पी सिंह