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आजमगढ़: विपक्षियों को फंसाने के लिए गर्भवती पत्नी को पति ने मारी थी गोली - etv bharat up news

आजमगढ़ पुलिस ने गर्भवती पत्नी की गोली मारकर की गई हत्या में पति और देवर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस ने आरोपियों से तमंचा और कारतूस भी बरामद किया है.

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विपक्षियों को फंसाने के लिए गर्भवती पत्नी को पति ने मारी थी गोली
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Published : Jun 3, 2022, 5:33 PM IST

आजमगढ़: महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के अराजी अमानी गांव में गर्भवती पत्नी की गोली मारकर हत्या करने वाले पति और उसके भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. घटना 30 मई की है. आरोपी पति ने जमीन के हिस्से को हथियाने के चलते पत्नी की हत्या कर दी. आरोपी ने उससे विवाद रखने वाले विपक्षियों को नामजद कराकर इस जुर्म में फंसाने की साजिश रची. पुलिस ने अपनी जांच में पति को दोषी पाया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी पति ने ही पत्नी की गोली मारकर हत्या की है. पुलिस ने आरोपी से एक तमंचा और कारतूस बरामद किया है. पुलिस ने आरोपी शातिर पति और उसके छोटे भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के अराजी अमानी गांव के रहने वाले संतविजय की पत्नी आशा देवी की 29/30 मई की रात गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस घटना में संतविजय ने अपने विरोधियों के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी. पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. विवेचना के दौरान पुलिस ने जब जांच का दायरा बढ़ाया तो पता चला कि संतविजय की पत्नी जिसकी गोली मारकर हत्या हुई है, वह उसकी पत्नी नहीं थी बल्कि वह उसे भगाकर पत्नी के रूप में घर पर रख रहा था. जिसके बाद पुलिस की शक की सुई संतविजय पर घूमी. पुलिस ने जब उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पूरा मामला खुल गया.

इसे भी पढ़े-12 साल से पीट रहा बेरहम पति, शराब के लिए पैसे न देने पर फिर पीटकर हाथ तोड़ा, एसएसपी से न्याय की गुहार

दरअसल संतविजय के चाचा जयराम ने अपने हिस्से की जमीन चन्द्रशेखर यादव की सरहज आशा देवी व अपने ही गांव के जरीना को बेच दी थी. लेकिन अपने चाचा के फैसले से संतराज खुश नहीं था. वह किसी भी सूरत में बेची गयी भूमि पर कब्जा नहीं देना चाहता था. इसके लिए 22 मई को पैमाईश के लिए राजस्व की टीम पहुंची. पैमाइश के दौरान मारपीट शुरु हुई और पैमाइश रूक गयी. इस मामले में संतरात ने 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. यही नहीं दोबारा पैमाइश न हो. इसके लिए संतराज ने शातिर दिमाग लगाते हुए अपने ही पिता को गोली मारकर घायल कर दिया और अपने ही 4 विराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. लेकिन पिता की मेडिकल रिपोर्ट में गोली नहीं लगने की बात सामने आने के बाद संतराज परेशान हो गया और अपने विरोधियों को सबक सिखाने के लिए बेहद ही खतरनाक प्लान को अपने भाई के साथ मिलकर तैयार किया.

इसी प्लान के तहत संतराज ने अपनी कथित पत्नी की 30 मई की रात को सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी और विरोधी एक महिला समेत पांच लोगों के खिलाफ नामजद में रिपोर्ट दर्ज करायी. अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि आरोपी संतराज और उसके भाई कन्हैया को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त तमंचा और कारतूस को बरामद कर लिया गया. विवेचना जारी है. जो भी तथ्य सामने आयेगें उसकी भी जांच होगी. मुकदमें में धाराओं का समावेश किया जा रहा है.

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आजमगढ़: महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के अराजी अमानी गांव में गर्भवती पत्नी की गोली मारकर हत्या करने वाले पति और उसके भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. घटना 30 मई की है. आरोपी पति ने जमीन के हिस्से को हथियाने के चलते पत्नी की हत्या कर दी. आरोपी ने उससे विवाद रखने वाले विपक्षियों को नामजद कराकर इस जुर्म में फंसाने की साजिश रची. पुलिस ने अपनी जांच में पति को दोषी पाया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी पति ने ही पत्नी की गोली मारकर हत्या की है. पुलिस ने आरोपी से एक तमंचा और कारतूस बरामद किया है. पुलिस ने आरोपी शातिर पति और उसके छोटे भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के अराजी अमानी गांव के रहने वाले संतविजय की पत्नी आशा देवी की 29/30 मई की रात गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस घटना में संतविजय ने अपने विरोधियों के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी. पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. विवेचना के दौरान पुलिस ने जब जांच का दायरा बढ़ाया तो पता चला कि संतविजय की पत्नी जिसकी गोली मारकर हत्या हुई है, वह उसकी पत्नी नहीं थी बल्कि वह उसे भगाकर पत्नी के रूप में घर पर रख रहा था. जिसके बाद पुलिस की शक की सुई संतविजय पर घूमी. पुलिस ने जब उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पूरा मामला खुल गया.

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दरअसल संतविजय के चाचा जयराम ने अपने हिस्से की जमीन चन्द्रशेखर यादव की सरहज आशा देवी व अपने ही गांव के जरीना को बेच दी थी. लेकिन अपने चाचा के फैसले से संतराज खुश नहीं था. वह किसी भी सूरत में बेची गयी भूमि पर कब्जा नहीं देना चाहता था. इसके लिए 22 मई को पैमाईश के लिए राजस्व की टीम पहुंची. पैमाइश के दौरान मारपीट शुरु हुई और पैमाइश रूक गयी. इस मामले में संतरात ने 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. यही नहीं दोबारा पैमाइश न हो. इसके लिए संतराज ने शातिर दिमाग लगाते हुए अपने ही पिता को गोली मारकर घायल कर दिया और अपने ही 4 विराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. लेकिन पिता की मेडिकल रिपोर्ट में गोली नहीं लगने की बात सामने आने के बाद संतराज परेशान हो गया और अपने विरोधियों को सबक सिखाने के लिए बेहद ही खतरनाक प्लान को अपने भाई के साथ मिलकर तैयार किया.

इसी प्लान के तहत संतराज ने अपनी कथित पत्नी की 30 मई की रात को सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी और विरोधी एक महिला समेत पांच लोगों के खिलाफ नामजद में रिपोर्ट दर्ज करायी. अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि आरोपी संतराज और उसके भाई कन्हैया को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त तमंचा और कारतूस को बरामद कर लिया गया. विवेचना जारी है. जो भी तथ्य सामने आयेगें उसकी भी जांच होगी. मुकदमें में धाराओं का समावेश किया जा रहा है.

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