अयोध्या. पश्चिम बंगाल के बाद उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर और अयोध्या की दुर्गा पूजा सबसे प्रसिद्ध माना जाता है. इसके आयोजन को लेकर रामनगरी में तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. अयोध्या में दुर्गा पूजा और रामलीला की तैयारी को लेकर बुधवार को नगर निगम सभागार में दुर्गा पूजा समिति, रामलीला समिति और जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक हुई. बैठक में सांसद लल्लू सिंह, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष मनोज जयसवाल समेत कई लोग मौजूद रहे. इस दौरान दुर्गा पूजा समितियों की समस्याएं सुनी गई. सुरक्षा और सफाई को लेकर भी मंथन हुआ.
महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यानाथ के मंशा के अनुरूप अयोध्या को स्वच्छ बनाने के लिए दुर्गा पूजा पंडाल पॉलिथीन से मुक्त होगा. नगर निगम रामलीला समिति और दुर्गा पूजा समितियों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी. दुर्गा पूजन के दौरान अयोध्या में विकास योजना की रफ्तार पर आंशिक लगाम लगने की उम्मीद है. शुक्रवार से सड़कों को खोदने का काम बंद कर दिया जाएगा.
महापौर ने बताया कि रामलीला समिति के अध्यक्ष का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया है. रामलीला की शोभायात्रा और भरत मिलाप यात्रा पर पुष्प वर्षा की जाएगी. शहर में खुदी हुई सड़कों के सवाल पर महापौर ने कहा कि सड़कों पर गड्ढे खोदने का काम गुरुवार से बंद हो जायेगा. जो सड़कें खुदी हैं, उनको दुर्गा पूजा शुरू होने से पहले ही ठीक कराया जाएगा. मार्ग अवरुद्ध के सवाल पर ऋषिकेश ने कहा कि अयोध्या में 2200 करोड़ की परियोजनाएं चल रही है. गैस पाइपलाइन, अंडर ग्राउंड विद्युतीकरण, सीवर लाइन, पेयजल सबके काम लगभग शुरू हो चुके हैं. इसीलिए सड़कों की खुदाई हो रही है. जो शुक्रवार यानी कल से बंद रहेंगी. इसे दुर्गा पूजन के बाद फिर से शुरू कराया जाएगा.
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