अयोध्या: ईरानी सेना के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी और ईराक के अर्धसैनिक बल के उपप्रमुख अबू मेहंदी अल मुहन्दिस की हत्या को लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश है. शिया धर्मगुरु और मौलाना विरोध कर रहे हैं. मंगलवार को अयोध्या में शिया समाज के लोगों ने शांतिपूर्वक विरोध किया. उन्होंने जनरल कासिम को आतंकी कहे जाने पर कार्रवाई की मांग की है.
मुस्लिमों में आक्रोश
अमेरिकी सेना की इस कार्रवाई को लेकर मुस्लिमों में आक्रोश है. मंगलवार को अयोध्या के फैजाबाद शहर में शिया समाज के लोगों ने विरोध करते हुए कहा कि जनरल कासिम पिछले 20 वर्षों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे थे. जिनके प्रयास से 2014 में आईएस आंतिकियों के चंगुल से 46 भारतीय नर्सों को छुड़ाया जा सका था.
मामले में भारत सरकार करे हस्तक्षेप
मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि कुलभूषण जाधव के मामले में सुलेमानी ने सकारात्मक भूमिका अदा की थी. इस मामले में वह पाकिस्तान के खिलाफ रहे. विरोध कर रहे मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि कुछ चैनलों द्वारा जनरल कासिम को आतंकवादी बताया जा रहा है, जो कि गलत है. उन्होंने मामले में भारत सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की है.
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विरोध में शामिल मोहम्मद मोहसिन ने कहा कि जनरल कासिम मानवता पर चलने वाले व्यक्ति थे. मौलाना नदीम रजा जैदी ने कहा कि उन चैनलों की जांच होनी चाहिए, जिन्होंने जनरल कासिम को आतंकी बताया है. उन्होंने कहा कि जो इंसानियत के लिए काम करता है वह आतंकी नहीं हो सकता.