अयोध्या: रामलला के अस्थाई गर्भ गृह में शिफ्टिंग का कार्य बड़े स्तर पर होना था. इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शामिल होने का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है. लेकिन जिस तरह से ट्रस्ट ने सामान्य तरीके से भूमि पूजन का कार्यक्रम सोमवार सुबह 7:00 बजे से शुरू किया उसे देखते हुए ऐसा नहीं लग रहा है कि ट्रस्ट किसी बड़े आयोजन की तैयारी में है. ट्रस्ट ने सोमवार को 15 वैदिक विद्वानों के साथ रामलला के अस्थाई गर्भ गृह के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम पूरा किया. इस कार्यक्रम को पूरी तरह गोपनीय तरीके से शुरू किया गया था. अयोध्या के संतों को भी इस बात की जानकारी नहीं थी.
अस्थाई राम मंदिर के गर्भगृह का हुआ पूजन. 15 वैदिक विद्वानों द्वारा किया जा रहा पूजनसोमवार सुबह 7:00 बजे शुभ मुहूर्त में राम जन्मभूमि में रामलला के गर्भगृह की भूमि पूजन की प्रक्रिया शास्त्रीय विधि से पूरी की गई. इस अनुष्ठान में भूमि शुद्धिकरण, भूमि चेतना, भूमि आवाहन की पूजा 15 वैदिक विद्वानों ने की. अनुष्ठान विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री आंध्र प्रदेश निवासी कोटेश्वर शर्मा, केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी, राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी राजा बिमलेंद्र मोहन मिश्र और डॉ. अनिल मिश्र की मौजूदगी में किया गया. भूमि पूजन के मुख्य यजमान डॉ. अनिल मिश्र रहे. यह पूजन दिल्ली के पंडित कीर्ति कांत के नेतृत्व में किया गया, जिसमें प्रयाग, काशी, दिल्ली, मथुरा और अयोध्या के कुल 15 वैदिक पंडित शामिल हुए.
विधायक और डीएम बने साक्षीभूमि पूजन के अनुष्ठान में अयोध्या के विधायक वेद प्रकाश गुप्ता और जिलाधिकारी अनुज झा साक्षी बने. रामलला को अस्थाई गर्भगृह में स्थापित करने का पहला चरण पूरा होने के बाद अब गर्भ में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान होने के बाद रामलला को उनके नए घर में शिफ्ट कर दिया जाएगा. पूरे पूजन के दौरान श्रीराम मंदिर के पुजारी सत्येंद्र दास जी मौजूद रहेंगे. यह पूजन मंगलवार शाम तक चलेगा.
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प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला को किया जाएगा शिफ्ट
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा है कि अब राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया का पहला चरण शुरू हो चुका है. भूमि पूजन पूरा हो चुका है. अब प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला को नए बुलेट प्रूफ एसी युक्त गर्भगृह में स्थापित कर दिया जाएगा.