औरैया: सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव भीखापुर में सोमवार को दोहरे हत्याकांड का मामला सामने आया था. घटना की वजह दोनों परिवारों के बीच 25 वर्षों से रंजिश चली आ रही थी. जिसकी वजह से दोनों पक्षों के आमने-सामने आने के बाद दो लोगों की हत्या कर दी गई. सूचना पर पहुंची पुलिस घायलों को इलाज के लिए भर्ती कराया था. साथ ही पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
मृतक शिक्षामित्र रामवीर सिंह राजावत के पुत्र दिनेश सिंह राजावत ने बताया कि 25 वर्ष पहले 6 मार्च 1997 को उसके चाचा कमल उर्फ कमलू ने अरुण उर्फ बबलू के भाई राजीव सेंगर की हत्या की थी. इस वजह से दोनों परिवारों के बीच लंबी रंजिश चली आ रही है. अरुण भाई की हत्या के बाद अपने परिवार के साथ ब्रह्मनगर औरैया में रह रहा था. दिनेश सिंह ने बताया कि सोमवार को उसके पिता रामवीर की हत्या कर भाग रहे युवक को ग्रामीणों ने पकड़ कर लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया.
मंगलवार को पुलिस ने उसके पिता के हत्या करने वाले की शिनाख्त अरुण उर्फ बबलू के रूप में हुई. उन्होंने बताया कि अरुण अपने भाई की हत्या का बदला लेना चाहता था. अरुण अपने साथियों के साथ गांव पहुंचकर उसके पिता रामवीर पर रायफल से 6 गोलियां दाग दी. जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. गोली मारकर भाग रहे आरोपी अरुण को ग्रामीणों ने पीट पीटकर मारडाला. जबकि हत्या की रेकी करने आए जगमोहन व जगन्नाथ नाम के दो व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.
एसपी चारू निगम ने बताया कि गांव में एक कार्यक्रम के दौरान पुरानी रंजिश की वजह से अरुण उर्फ बबलू सेंगर ने शिक्षामित्र रामवीर सिंह राजावत की गोली मारकर हत्या कर दी. मौके से भाग रहे अरुण को ग्रामीणों ने पकड़कर पीट पीटकर हत्या कर दी. पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई कर रही है. पुलिस ने दोनों ही शवों का अंतिम संस्कार होने तक शिक्षामित्र व मृतक बबलू के घर पर पुलिस मुस्तैद रही. साथ ही गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.