अमेठीः कोर्ट के आदेश के बाद दस माह पूर्व संदिग्ध हालत में हुई किशोरी की मौत के मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है. शनिवार को पुलिस ने एसडीएम की मौजूदगी में शव को कब्र से निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया.
जिले के जायस थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बेलवा हसनपुर के गांव पूरे सरदार निवासी बेवा नसीमा पत्नी इस्लाम के अनुसार विगत 14 मार्च की रात 11 वर्षीय बेटी का संदिग्ध हालात में बरामदे में शव लटकते मिला था. मृतका की मां का आरोप है कि उस समय गांव के ही कुछ लोगों ने उसे डरा धमकाकर शव को जबरन दफ़नवा दिया था. कानाफूसी होने पर नसीमा ने कोतवाली में गांव के ही कुछ लोगों पर हत्या कर शव को बरामदे में दुपट्टे से लटकाए जाने का आरोप लगाया था.
पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. पीड़ित परिजनों को पुलिस ने जांच के नाम पर टरका दिया. पुलिस से न्याय की उम्मीद फीकी देख परिजनों ने कोर्ट की शरण ली. शनिवार को कोर्ट के आदेश और डीएम की संस्तुति पर एसडीएम शिवानी सिंह, सीओ डॉ अजय कुमार, पीएचसी अधीक्षक मनीष मौर्या व एसओ उमेश कुमार मिश्रा ने पुलिस बल के साथ गांव पहुंचकर कब्र से शव को निकलवाया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
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किशोरी की संदिग्ध हालात में मौत को लेकर पुलिस की कार्यशैली को लेकर सवाल उठ रहे हैं. अब फिर से मामले की जांच की जा रही है ऐसे में क्या किशोरी के परिजनों को न्याय मिल पाएगा.
इस पूरे मामले में सीओ तिलोई डॉ. अजय कुमार ने बताया कि जिला अधिकारी के आदेश पर शव को कब्र से निकलवा कर पीएम के लिए भेजा गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.
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