ETV Bharat / bharat

पंबन न्यू ब्रिज पर 80 किमी की रफ्तार से ट्रेन का ट्रायल रन, जानें कितना किलोमीटर लंबा है यह पुल - PAMBAN NEW BRIDGE TRAIN TRIAL

अधिकारियों ने आज पंबन न्यू ब्रिज पर 80 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन का ट्रायल रन सफल रहा. खास बात है कि न्‍यू पंबन ब्रिज, देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी ब्रिज है.

Pamban New Bridge
न्यू ब्रिज पर ट्रेन का ट्रायल रन (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 7, 2024, 10:31 PM IST

Updated : Nov 7, 2024, 11:00 PM IST

रामनाथपुरम: न्यू पंबन रेल ब्रिज भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज है. आज तमिलनाडु के रामेश्वरम में नए पंबन रेल पुल 80 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन का ट्रायल रन पूरा किया गया. रामनाथपुरम जिले में मंडपम और रामेश्वरम द्वीप क्षेत्र को जोड़ने के लिए साल 1914 में रेलवे परिवहन शुरू किया गया था. इसके लिए समुद्र से जहाजों के आने-जाने पर खुलने और बंद होने के लिए रेलवे पुल का निर्माण किया गया था.

पुराने पंबन पुल के निर्माण को 106 साल बीत चुके हैं. पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण पंबन पुल पर रेल यातायात बंद कर दिया गया था. उसके बाद में घोषणा की गई कि 550 करोड़ रुपये की लागत से दूसरा नया रेलवे सस्पेंशन ब्रिज बनाया जाएगा.

अब न्यू पंबन ब्रिज का काम सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है. कुछ दिन पहले रेलवे कर्मचारियों ने नए रेलवे सस्पेंशन ब्रिज पर केंद्र में स्थित हाइड्रोलिक वर्टिकल सस्पेंशन ब्रिज को ऊपर उठाने और नीचे करने का सफल परीक्षण किया था. इसके बाद आज (7 नवंबर) सुबह 10.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक अधिकारियों ने मंडपम से पंबन नए ब्रिज होते हुए रामेश्वरम तक नए ब्रिज पर इंजन और कोच के साथ 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाकर ट्रायल रन किया.

इस ट्रायल रन के बारे में मदुरै रेलवे जोनल प्रशासन ने कहा, "आज के ट्रायल रन से नए पंबन पुल की सटीकता और मजबूती का पता चला. रेलवे डिवीजनल प्रशासन ने कहा कि, ट्रेन के ट्रायल रन के दौरान मंडपम-रामेश्वरम सेक्शन पर रेलगाड़ी 121 किलोमीटर प्रति घंटे और पंबन पुल पर 80 किलोमीटर प्रति घंटे की गति तक पहुंच गया.

इस बीच, रेलवे सुरक्षा आयुक्त एएम. चौधरी 13 नवंबर को मंडपम रेलवे स्टेशन आएंगे और पंबन नए पुल पर पूरे हो चुके कार्यों का निरीक्षण करेंगे. इसके बाद, उम्मीद है कि मंडपम से पंबन होते हुए रामेश्वरम तक ट्रेन सेवा जल्द ही शुरू हो जाएगी.

तमिलनाडु में रामेश्वरम का द्वीप क्षेत्र भारत के सबसे महत्वपूर्ण पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है. यह पवित्र स्थान महाकाव्य रामायण से जुड़े होने के कारण, रामेश्वरम राम, सीता, हनुमान और लक्ष्मण से इसका खास जुड़ाव है. इसलिए, इस पवित्र स्थान पर आने वाले भक्त कभी मंडपम से नाव द्वारा पंबन पार करते थे और रामनाथस्वामी मंदिर, धनुषकोडी, कोठांडारम मंदिर और रामपदम (राम के पैर) जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर जाते थे.

नया पंबन ब्रिज लगभग 2.08 किलोमीटर लंबा है. समुद्र की गहराई में, इसे विभिन्न आधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया गया है. पुल निर्माण का काम पूरा हो चुका है और वर्तमान में परीक्षण चल रहे हैं. इससे पहले पंबन न्यू रेलवे ब्रिज के केंद्र में शिपिंग के लिए बनाए गए वर्टिकल सस्पेंशन ब्रिज की लोडिंग और अनलोडिंग की गई थी.

नया पंबन ब्रिज लगभग 2.08 किलोमीटर लंबा है. समुद्र की गहराई में, इसे विभिन्न आधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया गया है. पुल निर्माण का काम पूरा हो चुका है और वर्तमान में परीक्षण चल रहे हैं. इससे पहले पंबन न्यू रेलवे ब्रिज के केंद्र में शिपिंग के लिए बनाए गए वर्टिकल सस्पेंशन ब्रिज की लोडिंग और अनलोडिंग की गई थी.

ये भी पढ़ें: समंदर पर बना देश का पहला 'वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज', नए पंबन रेलवे पुल की खासियत जानें

रामनाथपुरम: न्यू पंबन रेल ब्रिज भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज है. आज तमिलनाडु के रामेश्वरम में नए पंबन रेल पुल 80 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन का ट्रायल रन पूरा किया गया. रामनाथपुरम जिले में मंडपम और रामेश्वरम द्वीप क्षेत्र को जोड़ने के लिए साल 1914 में रेलवे परिवहन शुरू किया गया था. इसके लिए समुद्र से जहाजों के आने-जाने पर खुलने और बंद होने के लिए रेलवे पुल का निर्माण किया गया था.

पुराने पंबन पुल के निर्माण को 106 साल बीत चुके हैं. पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण पंबन पुल पर रेल यातायात बंद कर दिया गया था. उसके बाद में घोषणा की गई कि 550 करोड़ रुपये की लागत से दूसरा नया रेलवे सस्पेंशन ब्रिज बनाया जाएगा.

अब न्यू पंबन ब्रिज का काम सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है. कुछ दिन पहले रेलवे कर्मचारियों ने नए रेलवे सस्पेंशन ब्रिज पर केंद्र में स्थित हाइड्रोलिक वर्टिकल सस्पेंशन ब्रिज को ऊपर उठाने और नीचे करने का सफल परीक्षण किया था. इसके बाद आज (7 नवंबर) सुबह 10.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक अधिकारियों ने मंडपम से पंबन नए ब्रिज होते हुए रामेश्वरम तक नए ब्रिज पर इंजन और कोच के साथ 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाकर ट्रायल रन किया.

इस ट्रायल रन के बारे में मदुरै रेलवे जोनल प्रशासन ने कहा, "आज के ट्रायल रन से नए पंबन पुल की सटीकता और मजबूती का पता चला. रेलवे डिवीजनल प्रशासन ने कहा कि, ट्रेन के ट्रायल रन के दौरान मंडपम-रामेश्वरम सेक्शन पर रेलगाड़ी 121 किलोमीटर प्रति घंटे और पंबन पुल पर 80 किलोमीटर प्रति घंटे की गति तक पहुंच गया.

इस बीच, रेलवे सुरक्षा आयुक्त एएम. चौधरी 13 नवंबर को मंडपम रेलवे स्टेशन आएंगे और पंबन नए पुल पर पूरे हो चुके कार्यों का निरीक्षण करेंगे. इसके बाद, उम्मीद है कि मंडपम से पंबन होते हुए रामेश्वरम तक ट्रेन सेवा जल्द ही शुरू हो जाएगी.

तमिलनाडु में रामेश्वरम का द्वीप क्षेत्र भारत के सबसे महत्वपूर्ण पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है. यह पवित्र स्थान महाकाव्य रामायण से जुड़े होने के कारण, रामेश्वरम राम, सीता, हनुमान और लक्ष्मण से इसका खास जुड़ाव है. इसलिए, इस पवित्र स्थान पर आने वाले भक्त कभी मंडपम से नाव द्वारा पंबन पार करते थे और रामनाथस्वामी मंदिर, धनुषकोडी, कोठांडारम मंदिर और रामपदम (राम के पैर) जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर जाते थे.

नया पंबन ब्रिज लगभग 2.08 किलोमीटर लंबा है. समुद्र की गहराई में, इसे विभिन्न आधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया गया है. पुल निर्माण का काम पूरा हो चुका है और वर्तमान में परीक्षण चल रहे हैं. इससे पहले पंबन न्यू रेलवे ब्रिज के केंद्र में शिपिंग के लिए बनाए गए वर्टिकल सस्पेंशन ब्रिज की लोडिंग और अनलोडिंग की गई थी.

नया पंबन ब्रिज लगभग 2.08 किलोमीटर लंबा है. समुद्र की गहराई में, इसे विभिन्न आधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया गया है. पुल निर्माण का काम पूरा हो चुका है और वर्तमान में परीक्षण चल रहे हैं. इससे पहले पंबन न्यू रेलवे ब्रिज के केंद्र में शिपिंग के लिए बनाए गए वर्टिकल सस्पेंशन ब्रिज की लोडिंग और अनलोडिंग की गई थी.

ये भी पढ़ें: समंदर पर बना देश का पहला 'वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज', नए पंबन रेलवे पुल की खासियत जानें

Last Updated : Nov 7, 2024, 11:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.